प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 मई को भोपाल आ रहे हैं। इसकी तैयारी को लेकर गुरुवार को पुलिस कंट्रोल रूम में बैठक हुई। पुलिस कमिश्नर हरिनारायणाचारी मिश्र ने सुरक्षा सहित अन्य बिंदुओं पर अधीनस्थों से चर्चा की उनकी जिम्मेदारी तय कर दी। पुलिस कमिश्नर ने बताया पीएम की सुरक्षा में 3 हजार जवान तैनात रहेंगे। पीएम का काफिला जिस रूट से निकलेगा, वहां आसपास रहने वालों का पुलिस वेरिफिकेशन होगा।
इसकी शुरुआत शुक्रवार से हो सकती है। इसमें लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। शहर के होटल, लॉज और धर्मशालाओं को चेक किया जाएगा। सार्वजनिक जगहों पर बम डिस्पोजल एंड डॉग स्क्वायड सर्चिंग करेगा। शहर के एंट्री पॉइंट पर निगरानी बढ़ा दी गई है।
हर आने-जाने वाले को चेक किया जाएगा। पीएम की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जल्द ही एसपीजी शहर आ सकती है। एसपीजी के सामने कार्केड निकालने की रिहर्सल होगी। पीएम के आने से पहले पुलिस कॉम्बिंग गश्त करेगी। इस दौरान गुंडे बदमाशों को चेक किया जाएगा। चाकूबाजों को राउंडअप करने की तैयारी है।
होटल में रुकने वालों पर रहेगी निगाह... शहर के होटल, लॉज और धर्मशालाओं में रुकने वालों पर पुलिस की नजर रहेगी। इनकी जानकारी न देने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई होगी। पीएम की विजिट से पहले पुलिस होटलों की सर्चिंग कर सकती है।
कलेक्टर ने 37 विभागों को सौंपा तैयारियों का जिम्मा
पीएम दौरे के लिए जिला प्रशासन ने व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं। कार्यक्रम जंबूरी मैदान में होगा, जहां पीएम राजा भोज एयरपोर्ट के स्टेट हैंगर पर उतरेंगे। सुरक्षा, यातायात, मंच, चिकित्सा, भोजन और आवास की व्यवस्थाओं के लिए 37 विभागों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। पुलिस आयुक्त को वीवीआईपी सुरक्षा और यातायात की जिम्मेदारी दी गई है।
सुरक्षा एजेंसियों को सीसीटीवी, मेटल डिटेक्टर और अन्य सुरक्षा उपायों की व्यवस्था करनी होगी। अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी को ड्यूटी पास और वाहन पास जारी करने की जिम्मेदारी दी गई है। जंबूरी मैदान की संपूर्ण व्यवस्था अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी प्रकाश नायक के अधीन होगी। वन मंडलाधिकारी को जंगली जानवरों और पक्षियों से सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई है। बीएचईएल को जंबूरी मैदान आरक्षित करने और हेलिपैड बनाने की जिम्मेदारी दी गई है। जिला पंचायत सीईओ को सीएमओ और पीएमओ में समन्वय की जिम्मेदारी दी गई है। होमगार्ड और आपदा प्रबंधन बल तालाबों में गश्त करेंगे। विभागों को अधीनस्थों की ड्यूटी लगाकर आदेश की प्रति वॉट्सऐप पर भेजनी होगी।