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नवरात्री के सातवे दिन आदि शक्ति माँ दुर्गा के कालरात्रि स्वरूप की उपासना -1
Update On
19-April-2021 21:52:08
माता कालरात्रि स्वरूप एवं पौरिणीक महात्म्यश्री माँ दुर्गा का सप्तम रूप कालरात्रि हैं। ये काल का नाश करने वाली हैं, इसलिए कालरात्रि कहलाती हैं। नवरात्रि के सप्तम दिन इनकी पूजा और अर्चना की जाती है। इस दिन साधक को अपना चित्त भानु चक्र (मध्य ललाट) में स्थिर कर साधना करनी…
काली–सहस्रनाम स्तोत्रं -2
Update On
19-April-2021 21:42:34
हंसेश्वरी त्रिकोणस्था शाकम्भर्यनुकम्पिनी ।त्रिकोण–निलया नित्या परमामृत–रञ्जिता ।।८९।।महा–विद्येश्वरी श्वेता भेरुण्डा कुल–सुन्दरी ।त्वरिता भक्त–संसक्ता भक्ति–वश्या सनातनी ।।९०।।भक्तानन्द–मयी भक्ति–भाविका भक्ति–शंकरी ।सर्व–सौन्दर्य–निलया सर्व–सौभाग्य–शालिनी ।।९१।।सर्व–सौभाग्य–भवना सर्व सौख्य–निरूपिणी ।कुमारी–पूजन–रता कुमारी–व्रत–चारिणी ।।९२।।कुमारी–भक्ति–सुखिनी कुमारी–रूप–धारिणी ।कुमारी–पूजक–प्रीता कुमारी प्रीतिदा प्रिया ।।९३।।कुमारी–सेवकासंगा कुमारी–सेवकालया ।आनन्द–भैरवी बाला भैरवी वटुक–भैरवी ।।९४।।श्मशान–भैरवी काल–भैरवी पुर–भैरवी ।महा–भैरव–पत्नी च परमानन्द–भैरवी ।।९५।।सुधानन्द–भैरवी च उन्मादानन्द–भैरवी ।मुक्तानन्द–भैरवी च तथा तरुण–भैरवी ।।९६।।ज्ञानानन्द–भैरवी…
काली–सहस्रनाम स्तोत्रं - 1
Update On
19-April-2021 21:41:36
विनियोग - ॐ अस्य श्री श्मशानकालिका सहस्त्रनाम स्तोत्रस्य महाकाल भैरव ऋषिस्त्रिष्टुप छन्दः श्मशानजाली देवता ,धर्मार्थ–काम–मोक्षार्थे ,अर्थ संतान सुख प्राप्त्यर्थे जपे विनियोगः|[हाथ में जल लें और उपरोक्त विनियोग बोलकर उसे जमीन पर छोड़ दें ]काली–सहस्रनाम- श्मशान–कालिका काली भद्रकाली कपालिनी ।गुह्य–काली महाकाली कुरु–कुल्ला विरोधिनी ।।१।।कालिका काल–रात्रिश्च महा–काल–नितम्बिनी ।काल–भैरव–भार्या च कुल–वर्त्म–प्रकाशिनी ।।२।।कामदा कामिनी कन्या…
माता भद्रकाली कालीका पूजन सम्पूर्ण विधि
Update On
19-April-2021 21:29:03
ध्यान :महामेघ प्रभां देवी कृष्णवस्त्रोसिधारिणीम् ।ललज्जिह्वां घोरदंष्ट्रां कोटराक्षीं हसन्मुखीम् ॥नागहारलतोपेतां चन्द्रार्द्धकृत शेखराम् ।द्यां लिखन्तीं जटामेकां लेलिहानासवं पिबम् ॥नाग यज्ञोपवीताङ्गी नागशय्या निषेदुषीम् ।पञ्चाशन्मुण्डसंयुक्तं वनमाला महोदरीम् ॥सहस्त्रफण संयुक्तमनन्तं शिरसोपरि ।चतुर्दिक्षु नागफणा वेष्टितां भद्रकालिकाम् ॥तक्षक सर्पराजेन वामकङ्कण भूषिताम् ।अनन्त नागराजेन कृतदक्षिण कङ्कणम् ॥नागेन रसनाहार कक्पितां रत्न नूपुराम् ।वामे शिव स्वरूपं तत्कल्पितं वत्स्रूपकम् ॥द्विभुजां…
महाकाली की उत्पत्ति कथा
Update On
19-April-2021 21:23:08
श्रीमार्कण्डेय पुराण एवं श्रीदुर्गा सप्तशती के अनुसार काली मां की उत्पत्ति जगतजननी मां अम्बा के ललाट से हुई थी।कथा के अनुसार शुम्भ-निशुम्भ दैत्यों के आतंक का प्रकोप इस कदर बढ़ चुका था किउन्होंने अपने बल,छल एवं महाबली असुरों द्वारा देवराज इन्द्र सहित अन्य समस्तदेवतागणों को निष्कासित कर स्वयं उनके स्थान…
माँ उग्रतारा पुरश्चरण विधि - 2
Update On
19-April-2021 21:17:26
41) पुन: प्राणायाम:- ह्रीं मंत्र से 4/16/8 42) पुन: कुल्लुका, सेतु, महासेतु, अशोचभंग का जप :- कुल्लुका:- “ह्रीं स्त्रीं हूँ” मन्त्र को मस्तक पर ७ बार जपे। महासेतु:- “हूँ” मन्त्र को कंठ में ७ बार जपे। सेतु:-“ॐ ह्रीं ” मन्त्र को ह्रदय में ७ बार जपे । अशौचभंग:- “ॐ ह्रीं स्त्रीं हूँ…
माँ उग्रतारा पुरश्चरण विधि - 1
Update On
19-April-2021 21:08:11
जय माँ तारा ! जय गुरु देव !! समुद्रमथने देवि कालकूटं समुत्थितम् | सर्वे देवाश्च देव्यश्च महाक्षोभमवाप्नुयुः || क्षोभादिरहितं यस्मात् पीतं हालाहलं विषम् | अत एव महेशानि अक्षोभ्यः परिकीर्तितः | तेन सार्धं महामाया तारिणी रमते सदा || हे माँ तारा ! जब तुम्हें याद करता हूँ तो मन भर जाता है और शब्द निकल नहीं पाते…
कैला देवी मंदिर, करौली
Update On
19-April-2021 20:56:56
यहाँ डकैत भी आकर करते है माँ काली की साधना – कैला देवी मंदिर सवाई माधोपुर के निकट राजस्थान के करौली जिले में स्थित एक प्राचीन मंदिर है। कैला देवी मंदिर में चांदी की चौकी पर स्वर्ण छतरियों के नीचे दो प्रतिमाएं हैं। इनमें एक बाईं ओर उसका मुंह कुछ…
19 अप्रैल 2021
Update On
19-April-2021 12:33:24
⛅ दिन - सोमवार⛅ विक्रम संवत - 2078 (गुजरात - 2077)⛅ शक संवत - 1943⛅ अयन - उत्तरायण⛅ ऋतु - ग्रीष्म ⛅ मास - चैत्र⛅ पक्ष - शुक्ल ⛅ तिथि - सप्तमी रात्रि 12:01 तक तत्पश्चात अष्टमी⛅ नक्षत्र - पुनर्वसु पूर्ण रात्रि तक ⛅ योग - सुकर्मा रात्रि 08:07 तक तत्पश्चात धृति⛅ राहुकाल…
अकबर और ध्यानु भगत की कथा
Update On
18-April-2021 15:57:11
हिमाचल प्रदेश में कांगड़ा से 30 किलो मीटर दूर स्तिथ है, ज्वाला देवी मंदिर। इसे जोता वाली का मंदिर भी कहा जाता है। यहाँ पर पृथ्वी के गर्भ से नौ अलग अलग जगह से ज्वाला निकल रही है जिसके ऊपर ही मंदिर बना दिया गया हैं। इन नौ ज्योतियां को…
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