रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को कहा है कि वे यूक्रेन के साथ बातचीत करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि जंग रोकने के लिए किसी भी समझौते से यूक्रेन को बाहर नहीं रखा जाएगा।
दरअसल, मंगलवार को सऊदी अरब में हुई रूस और अमेरिका के बातचीत पर जेलेंस्की ने नाराजगी जताई थी। उन्होंने कहा कि बैठक में हमें न बुलाया जाना हैरान करने वाला है। कोई भी डील हमसे बात किए कैसे हो सकती है।
रूस की इंटरफैक्स और टास एजेंसी के मुताबिक, पुतिन ने कहा कि रूस और अमेरिका के बीच भरोसा बढ़ाए बिना यूक्रेन युद्ध समेत कई मुद्दों का हल नहीं निकाला जा सकता है। रियाद में हुई बैठक का यही मकसद था।
पुतिन ने ये भी कहा कि रूस ने कभी यूरोप या यूक्रेन से बात करने से इनकार नहीं किया। बल्कि यूक्रेन ही अब तक रूस से बात करने से इनकार करता आया है।
पुतिन ने कहा-
हम किसी पर कुछ भी नहीं थोप रहे। हम बात करने के लिए तैयार हैं। ये हम सैकड़ों बार कह चुके हैं। अगर वे राजी हैं, तो बातचीत होने दीजिए। कोई यूक्रेन को किसी समझौते से बाहर नहीं कर रहा है।
सऊदी अरब के रियाद में 4:30 घंटे चली बैठक में रूस-अमेरिका के विदेश मंत्रियों समेत अन्य नेता शामिल हुए थे। इस बैठक में दोनों देशों ने सबसे पहले अपने आपसी रिश्ते सुधारने की पहल की।
इसमें सहमति बनी कि दोनों देश जल्द से जल्द अपने दूतावासों को चालू करेंगे। यहां स्टाफ की भर्ती करेंगे, ताकि दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति न बने। यूक्रेन जंग शुरू होने के बाद दोनों देशों ने दूतावास से स्टाफ को निकाल दिया था। करीब तीन साल से दूतावास बंद पड़े थे।
पुतिन बोले- ट्रम्प से भी मिलना चाहूंगा
इसके साथ ही पुतिन ने रूस और अमेरिका के बीच हुई बातचीत को अच्छा बताया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने बिना किसी पक्षपात के बातचीत में हिस्सा लिया। उन्होंने ये भी कहा कि वे ट्रम्प से मिलना चाहेंगे लेकिन इस बैठक की तैयारी करनी बाकी है।
ट्रम्प ने कहा- यूक्रेन ने समाधान खोजने के लिए तीन साल का वक्त गंवाया
वहीं, जेलेंस्की की नाराजगी को लेकर ट्रम्प ने कहा कि मैं सुन रहा हूं जेलेंस्की कह रहे कि हमने बातचीत में उन्हें शामिल नहीं किया। सच तो ये है कि उनके पास बातचीत करने के लिए तीन साल का वक्त था। उससे पहले भी वे बात कर सकते थे, लेकिन उन्होंने ये वक्त गंवाया।
ट्रम्प ने कहा कि जेलेंस्की को कभी युद्ध की शुरुआत करनी ही नहीं चाहिए थी। वे बहुत आसानी से डील कर सकते थे। मार-ए-लागो रिसॉर्ट में पत्रकारों के सवालों का जबाव देते हुए ट्रम्प ने कहा,
मैं यूक्रेन के लिए डील कर सकता था। ऐसा होता तो उन्हें उनकी तकरीबन पूरी जमीन वापस मिल जाती और किसी की जान नहीं जाती, न तो कोई शहर तबाह होता।
ट्रम्प ने कहा कि जो हुआ है मैं उससे बहुत निराश हूं। मैं तीन साल से देख रहा हूं। ये युद्ध कभी होना ही नहीं चाहिए था। मैं राष्ट्रपति होता तो ये युद्ध नहीं होने देता। इतने लोग मारे गए हैं, जितने वर्ल्ड वॉर में मारे गए थे।