- चीन शॉक 2.0 से भारत समेत पश्चिमी देशों की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ सकता है।
- अगर चीन सोलर पैनल, बैटरी, सेमीकंडक्टर आदि सस्ते दाम पर दूसरे देशों में बड़ी मात्रा में बेचेगा तो इससे भारत का इस सेक्टर में हब बनने का सपना टूट सकता है।
- ऐसे में भारत समेत दूसरे देशों में फिर से बेराजगारी का खतरा पैदा हो सकता है।
- जो कंपनियां भारत में यूनिट लगाएंगी, बिजनेस न मिलने से उन्हें बंद करना पड़ सकता है।
- भारत समेत पश्चिमी देशों की मैन्युफैक्चरिंग क्षमता कम हो सकती है और उद्योग बंद हो सकते हैं।