क्या है पूरा मामला?
अडानी और उनके भतीजे समेत कुल 8 लोगों पर अमेरिकी अभियोजकों ने रिश्वत देने का आरोप लगाया है। अभियोजकों के मुताबिक सोलर एनर्जी का कॉन्ट्रैक्ट प्राप्त करने के लिए भारतीय सरकारी अधिकारियों को कथित तौर पर 265 मिलियन डॉलर की रिश्वत दी गई थी। इस मामले में कोर्ट ने अडानी और उनके भतीजे के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया है।अडानी ग्रुप की सफाई
मामला सामने आने के बाद अडानी ग्रुप ने गुरुवार को ही सफाई दी। अडानी ग्रुप ने अडानी ग्रीन के निदेशकों के खिलाफ अमेरिकी न्याय विभाग और अमेरिकी प्रतिभूति और विनिमय आयोग (SEC) की ओर से लगाए गए रिश्वत के आरोपों को निराधार बताते हुए उनका खंडन किया।इस मामले में ग्रुप ने एक स्टेटमेंट जारी किया। इसमें लिखा है कि अमेरिकी न्याय विभाग ने अभियोग में अभी लगाए हैं। जब तक दोष साबित नहीं हो जाते, तब तक प्रतिवादियों को निर्दोष माना जाता है। इसमें लिखा है कि इस मामले में सभी संभव कानूनी उपाय किए जाएंगे।