कंपनी को आंतरिक स्तर पर भी परेशानियों का सामना करना पड़ा। कई ऐसे मामले सामने आए जब स्टूडेंट ने शिकायत की कि उन्हें अच्छे से पढ़ाया नहीं जा रहा है। सोशल मीडिया पर ऐसे कई मामले सामने आए। कंपनी ने इसने कोई सबक नहीं लिया। कंपनी ने वित्त वर्ष 2021-22 की वित्तीय रिपोर्ट में भी लगभग एक साल की देरी की, जिससे निवेशकों का विश्वास काफी कम हो गया।