हालांकि देश में एयरलाइन बिजनस आसान नहीं है। पिछले एक दशक में कई हाई-प्रोफाइल एयरलाइन बंद हो चुकी हैं। इसमें किंगफिशर एयरलाइंस, जेट एयरवेज और गो फर्स्ट शामिल हैं। स्पाइसजेट भी अपना वजूद बचाने के लिए संघर्ष कर रही है। CAPA India का अनुमान है कि भारतीय एयरलाइन कंपनियां मार्च 2025 के अंत तक अपने बेड़े में 84 नए विमान शामिल करेंगी। इससे घरेलू सेवा में विमानों की कुल संख्या 812 हो जाएगी।