आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ भोपाल (ईओडब्ल्यू) ने 3 करोड़ रुपए के गबन के मामले में पांच साल से फरार आरोपी नीरज चतुर्वेदी की गिरफ्तारी कर लिया है। नीरज ने कर्मचारी संचालनालय सैनिक कल्याण बोर्ड एवं अन्य अधिकारीगण के पैरेलल खाता खोलकर बोर्ड के 2.95 करोड़ रुपए से अधिक की राशि गलत तरीके से अपने खातों में जमा करवाई।
ईओडब्ल्यू से प्राप्त जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश में राज्य स्तर पर भूतपूर्व सैनिकों एवं उनके आश्रितों के पुनर्वास तथा भूतपूर्व सैनिकों को रोजगार दिलाने का कार्य सैनिक कल्याण बोर्ड के माध्यम से किया जाता है। वर्ष 2014 में सर्विस टैक्स का ई-पेमेंट आवश्यक कर दिए गया। ऐसे में बोर्ड का सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की टीटी नगर शाखा में चालू खाता खुलवाया गया। इसी बैंक में समिति का बचत खाता पहले से था।
विभिन्न जिलों से प्राप्त सर्विस चार्ज के चेक एवं अन्य पैसा जमा होता था
इसमें विभिन्न जिलों से प्राप्त सर्विस चार्ज के चेक एवं अन्य पैसा जमा होता था। यहीं से राशि सर्विस टैक्स, जीएसटी, ईपीएफ, कटौत्री, बीमा में जमा के लिए चालू खाते में ट्रांसफर कर दी जाती थी। इसी खाते से संबंधित विभागों के खातों में राशि जमा कराई जाती थी। समिति के अकाउंट्स का पूरा काम आरोपी नीरज चतुर्वेदी देखता था। आरोपी नोटशीट में जितनी राशि ईपीएफ, बीमा आदि में जमा करानी होती थी, उससे कहीं ज्यादा राशि का बिल पास करा लेता था।
इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से ट्रांसफर कर देता था
अधिक बिल से बची राशि वह अपने बचत खाते में इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से ट्रांसफर कर देता था। इसमें एक अज्ञात व्यक्ति भी उसे सहयोग करता था। उसने 2014 से 2019 तक कुल 2 करोड़ 95 लाख 47 हजार 444 रुपए अपने खाते में जमा कराए। जांच के बाद ईओडब्ल्यू भोपाल ने धोखाधड़ी तथा भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत आरोपी नीरज चतुर्वेदी एवं अन्य के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया था।