जबलपुर मेडिकल यूनिवर्सिटी की लापरवाही के कारण शाजापुर की रवीना मेवाड़ा को 2018 में बीएससी नर्सिंग प्रथम वर्ष पास करने के बावजूद अब तक मूल अंकसूची नहीं मिली है। रवीना ने 2016-17 में चिरायु नर्सिंग कॉलेज, भोपाल से बीएससी नर्सिंग में प्रवेश लिया था।
2018 में प्रथम वर्ष की परीक्षा दी, जिसमें दो विषयों में कंपार्टमेंट आया। रिव्यू में ग्रेस मार्क्स से पास घोषित कर दिया गया और ऑनलाइन अंकसूची भी जारी हुई। लेकिन जब ओरिजिनल मार्कशीट के लिए आवेदन किया तो यूनिवर्सिटी ने गलत डेटा वाली अंकसूची थमा दी। आपत्ति करने पर परीक्षा नियंत्रक ने उल्टा फर्जीवाड़े का आरोप लगाया। छात्रा ने डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला, प्रमुख सचिव संदीप यादव सहित विवि के कुलपति से शिकायत की है।
छात्रा का कहना है कि कई बार आवेदन देने के बावजूद न तो सही मार्कशीट मिली, न ही डिग्री। मजबूरी में उन्होंने फिर से फर्स्ट ईयर की परीक्षा दी। रवीना ने शपथ पत्र के साथ नया आवेदन दिया है, जिसमें मांग की गई है कि उन्हें स्वयं की जिम्मेदारी पर मूल अंकसूची दी जाए, ताकि डिग्री के लिए आवेदन कर सके।। लेकिन मार्कशीट न मिलने से वे आगे की पढ़ाई भी नहीं कर पा रही हैं।