इंदौर। विधायक गोलू शुक्ला के बेटे रुद्राक्ष के मामले में मचे सियासी घमासान को शांत करने की रणनीति भाजपा कार्यालय की तीसरी मंजिल पर बंद कमरे में हुई बैठक में तय की गई। बताया जा रहा है कि विधायक गोलू शुक्ला एक अन्य विधायक के साथ देवास के लिए निकल चुके थे।
योजना थी कि वे वहां जाकर पुजारी से मुलाकात करेंगे और माफी मांगकर मामले को शांत करने का प्रयास करेंगे। नेता देवास के लिए निकलने की तैयारी में थे कि उनके पास फोन पहुंचा और कहा गया कि वे तुरंत पार्टी कार्यालय पहुंचे। प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा बैठक लेंगे।
प्रदेश संगठन मंत्री ने भाजपा कार्यालय की तीसरी मंजिल पर बंद कमरे में यह बैठक ली। इसमें विधायक गोलू शुक्ला, विधायक रमेश मेंदोला, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, भाजपा नगराध्यक्ष सुमित मिश्रा, जिलाध्यक्ष श्रवण चावड़ा, पूर्व नगराध्यक्ष गौरव रणदीवे, जीतू जिराती शामिल हुए।
बैठक में संगठन मंत्री ने संगठन की नाराजगी से शुक्ला को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि संगठन मामले को लेकर गंभीर है। नेताओं ने उन्हें बताया कि हम देवास जा रहे थे, ताकि पुजारी से माफी मांगकर मामले में शांत कर सकें।
लंबे मंथन के बाद संगठन मंत्री ने कहा कि अब मामले में कुछ नहीं करना है। हमें इस मामले का पटाक्षेप करना है। इसके लिए जरूरी है कि हम अब कोई प्रतिक्रिया न दें। मंदिर जाएंगे तो फिर चर्चा में आ जाएंगे।
विधायक गोलू शुक्ला को हिदायत दी गई कि वे अपने बेटे को थोड़ा संभालें। ऐसे कोई काम न करें जिससे पार्टी के लिए परेशानी खड़ी हो। बैठक में ही थाने पर सरेंडर करने को लेकर सहमति बनी। संगठन मंत्री आरएसएस के पदाधिकारी रहे प्रकाश सोलापुरकर के निधन पर श्रद्धांजलि अर्पित करने आए थे।