'बिहार में स्टार्टअप शुरू करना मेरे जीवन का सबसे बुरा फैसला', सेमीकंडक्टर कंपनी के फाउंडर ने क्यों कहा ऐसा
Updated on
13-10-2024 12:25 PM
नई दिल्ली: क्या बिहार में स्टार्टअप शुरू करना और उसे चलाना बहुत मुश्किल है? सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सेमीकंडक्टर की कंपनी के फाउंडर की एक पोस्ट काफी वायरल हो रही है। इसमें कंपनी के फाउंडर चंदन राज ने लिखा है कि उन्होंने सरकारी अधिकारियों की बेरुखी के कारण कई क्लाइंट खो दिए हैं। उन्होंने लिखा है कि बिहार में कंपनी शुरू करना उनके जीवन का सबसे बुरा फैसला था।
चंदन राज ने बिहार की पहली सेमीकंडक्टर कंपनी सुरेश चिप्स एंड सेमीकंडक्टर प्राइवेट लिमिटेड शुरू की थी। वह इस कंपनी के फाउंडर और सीईओ हैं। वह अपनी पोस्ट में बताते हैं जहां उनकी कंपनी है, उस जगह बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर की काफी कमी है। न सड़क है और न स्ट्रीट लाइट। साथ ही वहां और भी कई समस्याएं हैं। इस कारण उन्होंने कई क्लाइंट खो दिए क्योंकि उन क्लाइंट ने इन समस्याओं के चलते उनकी कंपनी के साथ काम करने से इनकार कर दिया था।
कौन हैं चंदन कुमार?
चंदन ने ओडिशा के बीजू पटनायक यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नॉलजी (BPUT) से इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्यूनिकेशन में ग्रेजुएशन की है। इसके बाद उन्होंने सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स, मलेशिया और इजराइल में इंटेल, रोमानिया में सिलिकॉन सर्विस SRL और शंघाई में नोकिया बेल लैब्स समेत कई कंपनियों में जॉब की। वे इन कंपनियों में बड़े पद पर रहे। दिसंबर 2020 में चंदन ने बिहार के मुजफ्फरपुर में सुरेश चिप्स एंड सेमीकंडक्टर प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना की।
क्या लिखा है पोस्ट में?
चंदन का जहां ऑफिस है, वह रास्ता काफी खराब है। उनकी पोस्ट पर कई तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। वह काफी लोगों को जवाब भी दे रहे हैं। चंदन ने बिहार को 'निराशा की भूमि' बताया है। उन्होंने लिखा कि सेमीकंडक्टर/वीएलएसआई कंपनी के रूप में यहां जिंदा रहने के लिए बहुत सारी समस्याएं और संघर्ष हैं।
उन्होंने लिखा है कि वे पिछले चार साल से सड़क और बुनियादी ढांचे का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन किसी से कोई मदद नहीं मिली। उन्होंने लिखा है, 'मुझे लगता है कि बिहार सरकार सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री को नहीं समझती है।'
अधिकारियों को लिखे कई ईमेल
एक यूजर के कमेंट पर प्रतिक्रिया देते हुए चंदन ने उस ईमेल का स्क्रीनशॉट शेयर किया है, जो उन्होंने बुनियादी सुविधाओं को सही करने के लिए संबंधित अधिकारियों को लिखा था। इस ईमेल में उन्होंने लिखा है, 'उनके क्षेत्र में सही ढंग की सड़क नहीं है। पंचायत से जुड़े अधिकारी इसे गंभीरता से नहीं लेते हैं। मैंने रास्ते को मिट्टी से भर दिया था, लेकिन बारिश में यह मिट्टी बह गई।'
मदद नहीं मिली, पैसा मांगते हैं अधिकारी
चंदन ने ईमेल में लिखा है कि वह अपनी समस्या लेकर लगभग हर सरकारी ऑफिस गए। नेताओं के चक्कर लगाए, लेकिन कहीं से कोई मदद नहीं मिली। उन्होंने लिखा कि काम के बदले उनसे पैसा मांगा जाता है। उन्होंने लिखा कि बिहार में कारोबार करना मुश्किल होता दिखाई दे रहा है।
जिला प्रशासन का आया जवाब
चंदन की यह पोस्ट वायरल होने के बाद मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन का जवाब आया। इसमें लिखा है कि उनके ऑफिस के रास्ते का निर्माण दशहरा के बाद शुरू कर दिया जाएगा। जिला प्रशासन ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा है, 'मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2024-25 में उक्त पथ के निर्माण कार्य की प्रशासनिक स्वीकृति पूर्व में ही दी जा चुकी है। दशहरा के तुरंत बाद उक्त पथ का निर्माण कार्य प्रारंभ करा दिया जाएगा।' इस पोस्ट के बाद चंदन ने जिला प्रशासन का धन्यवाद दिया।
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