पुतिन और शी के निशाने पर रहे पश्चिमी देश
पुतिन ने अपने इस बयान से पश्चिमी देशों पर निशाना साधा। विश्लेषकों के मुताबिक बीआरआई सम्मेलन के जरिए चीन ने अपनी बढ़ती ताकत का दुनिया में प्रदर्शन किया। पूरे सम्मेलन के दौरान पुतिन शी जिनपिंग के साथ कंधे से कंधा मिलाते हुए नजर आए। शी जिनपिंग ने पुतिन को काफी भाव दिया जिनके खिलाफ अंतरराष्ट्रीय आपराधिक अदालत ने यूक्रेन युद्ध को लेकर वारंट जारी किया हुआ है। पुतिन ने भी बीआरआई की तारीफ करके चीन को खुश करने की कोशिश की जो यूक्रेन युद्ध के दौरान लगे पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों से बचाने में मदद कर रहा है।
माना जा रहा है कि चीन जिस नई विश्व व्यवस्था को बढ़ावा देना चाहता है, पुतिन उसमें बड़ी भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं। हालांकि अब रूस और चीन की दोस्ती से यह भी डर बढ़ रहा है कि ये दोनों ही महाशक्तियां पश्चिमी देशों को टक्कर देने के लिए अपना ब्लॉक बना रही हैं। वहीं शी जिनपिंग ने अपने भाषण के दौरान बीआरआई को वैश्विकरण का विकल्प बताने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि बीआरआई सही दिशा में आगे बढ़ने का रास्ता है। उन्होंने ब्लॉक पॉलिटिक्स की निंदा करके पश्चिमी देशों पर निशाना साधा। उन्होंने पश्चिमी देशों के चीन पर से निर्भरता को कम करने की भी आलोचना की।