Select Date:

ट्रूडो राज में पूरे कनाडा में खालिस्‍तान पर 'जनमत संग्रह' की तैयारी, भारत का 'पाकिस्‍तानी हथियार' भी तैयार, जानें प्‍लान

Updated on 27-10-2023 01:34 PM
टोरंटो: जस्टिन ट्रूडो सरकार के राज में खालिस्‍तानी पूरे कनाडा में कथित जनमत संग्रह कराने जा रहे हैं। हरदीप सिंह निज्‍जर की हत्‍या के बाद कनाडा और भारत के बीच तनाव अपने चरम पर है। ट्रूडो सरकार खालिस्‍तानी आतंक‍ियों के सहारे पलटवार करने की गंदी चाल चली है। सिख फॉर जस्टिस के आतंकी गुरपतवंत सिंह ने ऐलान किया है कि खालिस्‍तान को लेकर दूसरे दौर का जनमत संग्रह कराया जाएगा और इसकी शुरुआत रव‍िवार को ठीक उसी गुरुद्वारे से होगी जहां 18 जून को निज्‍जर की हत्‍या कर दी गई थी। ब्रिटिश कोलंबिया राज्‍य के सरे के इस गुरुद्वारे में निज्‍जर को अज्ञात लोगों ने गोली मार दी थी।

पन्‍नू ने दावा किया कि इस जनमत संग्रह में हजारों की तादाद में लोग शामिल होंगे। पन्‍नू ने दावा किया कि कई सिख पहले खालिस्‍तानी आंदोलन को समर्थन देने से बचते थे लेकिन अब जस्टिन ट्रूडो के बयान के बाद वे उनके साथ हैं। ट्रूडो ने आरोप लगाया था कि निज्‍जर की हत्‍या में भारत सरकार के शामिल होने के 'व‍िश्‍वसनीय आरोप' हैं। पन्‍नू इस समय अमेरिका में है और जनमत संग्रह को लेकर कनाडा जाने वाला है। पन्‍नू इससे पहले कनाडा में कथित जनमत संग्रह का पहला दौर करा चुका है।

एफएटीएफ के पास जा सकता है भारत


भारत ने कनाडा के साथ बढ़ते तनाव के बीच उसके 41 राजनयिकों को देश छोड़कर जाने के लिए मजबूर कर दिया था। इससे कनाडा की सरकार बौखलाई हुई है और भारत व‍िरोधी खालिस्‍तानी आंदोलन पर कोई रोक नहीं लगा रही है। इस बीच अब भारत भी पलटवार की पूरी तैयारी कर चुका है। बताया जा रहा है कि खालिस्‍तानियों के खिलाफ ऐक्‍शन के लिए अब भारत एफएटीएफ का दरवाजा खटखटा सकता है। भारत की कोशिश है कि कनाडा के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकी व‍ित्‍त पोषण पर कानूनी और नियामकीय कार्रवाई की जाए।

भारत ने कनाडा को व‍िश्‍वसनीय और अकाट्य सबूत दिए हैं लेकिन उसने अपनी जमीन पर आतंकी व‍ित्‍तपोषण को रोकने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया है। एफएटीएफ अब तक कनाडा और कई अन्‍य देशों पर आतंकी व‍ित्‍तपोषण रोकने के लिए अपना डंडा चला चुका है। एफएटीएफ का गठन साल 1989 में किया गया था और यह इस बात को सुनिश्चित करता है कि वैश्विक व‍ित्‍तीय सिस्‍टम में आने वाले पैसे को आतंकी गतिव‍िधियों के लिए इस्‍तेमाल नहीं किया जाए। एफएटीएफ के पलटवार की वजह से पाकिस्‍तान को अरबों डॉलर का नुकसान हो चुका है। अब भारत यही हथियार कनाडा के खिलाफ चलाना चाहता है।


अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 18 November 2024
तेल अवीव: हमास के वरिष्ठ सदस्य कथित तौर पर तुर्की में मौजूद हैं। रविवार को इजरायल के सरकारी टीवी KAN ने एक रिपोर्ट में बताया है। कुछ दिनों पहले यह रिपोर्ट…
 18 November 2024
रियाद: सऊदी अरब की सरकार ने धार्मिक और राष्ट्रीय प्रतीकों के इस्तेमाल पर अहम फैसला लिया है। सऊदी ने निजी और कारोबारी इस्तेमाल के लिए धार्मिक और राष्ट्रीय प्रतीकों के…
 18 November 2024
वेलिंग्टन: न्यूजीलैंड में खालिस्तानियों को एक बड़ा झटका लगा है। ऑकलैंड में आयोजित एक विवादास्पद कथित खालिस्तान जनमतसंग्रह के बाद न्यूजीलैंड की सरकार ने बड़ा बयान दिया है। न्यूजीलैंड की सरकार…
 18 November 2024
मॉस्को: रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक बड़ा फैसला लिया है। बाइडन ने यूक्रेन को रूस के अंदर शक्तिशाली लंबी दूरी के अमेरिकी हथियारों के इस्तेमाल करने…
 18 November 2024
ओटावा: कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने देश की इमिग्रेशन से जुड़ी नीति में बदलाल की वजह पर बात की है। उन्होंने माना कि इस संबध में उनकी सरकार से बीते…
 17 November 2024
नई दिल्‍ली/मास्‍को/ बीजिंग: चीन से जैसे महाशक्तिशाली दुश्‍मन से घिरे भारत ने भी आखिरकार हाइपरसोनिक मिसाइलों की दुनिया में बहुत बड़ी सफलता हासिल कर ली है। भारत ने करीब 1500 किमी…
 17 November 2024
यरुशलम: इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के सीजेरिया स्थित आवास पर हमला हुआ है। इजरायल की आंतरिक खुफिया एजेंसी शिन बेट और पुलिस ने शनिवार शाम को बताया कि सीजेरिया में नेतन्याहू…
 17 November 2024
तेहरान: ईरान ने गुप्त रूप से अपने सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के उत्तराधिकारी को चुन लिया गया है। बीमार चल रहे 85 वर्षीय अली खामेनेई के दूसरे बेटे मोजतबा खामेनेई…
 17 November 2024
ढाका: बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के मुखिया के रूप में सत्ता संभालने के बाद मोहम्मद यूनुस ने वादा किया था कि वह देश में अल्पसंख्यकों और राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ हो…
Advertisement