मप्र में सहारा समूह की बहुमूल्य जमीनों की सस्ते दाम में खरीदने और भुगतान में अनियमितता का बड़ा खुलासा हुआ है। पहले भाजपा विधायक संजय पाठक के परिवार की कंपनियों ने भोपाल, जबलपुर व कटनी में सहारा की करोड़ों की जमीनें सस्ते दामों में खरीदी। यही खेल सागर में भी हुआ। यहां नेशनल हाईवे-146 के किनारे 97 एकड़ जमीन सिर्फ 14.18 करोड़ रुपए में शिवांश डेवलपर्स के मालिक, राजनेता व शराब कारोबारी कमलेश बघेल और उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह बघेल को बेच दी गई। यह ज़मीन सागर से 8 किमी दूर ग्राम लहदरा में स्थित है। इस जमीन की अनुमानित कीमत 184 करोड़ रुपए है। इस सौदे में भुगतान में भी अनियमितताएं हुईं।
भास्कर पड़ताल में सामने आया कि 97 एकड़ जमीन को 9 हिस्सों में बेचा गया। सौदों में सहारा की ही 10 सब्सिडरी कंपनियां शामिल थीं, जिन्होंने यह जमीन जून 2022 और जून 2023 के बीच बघेल व उनकी पत्नी को बेची। इन्हीं में से एक सौदा 12.41 एकड़ जमीन का हुआ। इसके बदले 1.61 करोड़ रु. का चेक जारी हुआ, पर वह बाउंस हो गया। इसके बावजूद जमीन बघेल दंपती को सौंप दी गई। कई चेक ऐसे थे, जो सौदा पूरा होने के 5 महीने बाद क्लियर हुए। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या सहारा ने बघेल को यह जमीन मुफ्त में दी थी? या फिर ब्लैक में भुगतान किया गया?
सेबी को बताए बिना भोपाल, सागर व देवास में 1500 करोड़ की प्रॉपर्टी बेचीं
मप्र में सहारा समूह की करोड़ों की संपत्तियों की बिक्री गुपचुप कर दी गई। इन सौदों की जानकारी न तो सेबी को दी गई और न इससे प्राप्त पूरी राशि सेबी-सहारा संयुक्त खाते में जमा हुई। दैनिक भास्कर की ओर से सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत मांगी गई जानकारी में इसका खुलासा हुआ है। इसके अनुसार, भोपाल, सागर, देवास में 307 एकड़ जमीन का सौदा किया गया, जिनका कुल बाजार मूल्य करीब 1,500 करोड़ रुपए था। यही राशि निवेशकों को लौटाई जानी थी।