जबलपुर। एमबीए छात्रा पर गोली चलाने के आरोपित नेता प्रियांश विश्वकर्मा को पुलिस ने मंगलवार को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे एक दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। रिमांड के दौरान पुलिस टीम प्रियांश से उस गोली का खोखा तलाश करेगी, जो गोली युवती को लगी थी। रिमांड खत्म होने पर बुधवार को उसे फिर से न्यायालय में पेश किया जाएगा। पुलिस को जांच में पता चला कि फायरिंग की वारदात के बाद प्रियांश ने आफिस में काम करने वाले दो कर्मियों से घटना के सबूत को हटवा दिया था।
एक ओर भाजपा द्वारा जहां प्रियांश के भाजपा नेता या कार्यकर्ता होने से पल्ला झाड़ा जा रहा है, वहीं उसकी गिरफ्तारी के बाद से ही उसकी कई सारी तस्वीरें इंटरनेट मीडिया में चल रही है। राजनीतिक दल का खुद को नेता बताने वाले प्रियांश विश्वकर्मा का राजनीतिक रसूख खूब था। केंद्रीय मंत्री से लेकर विधायकों के साथ उसकी कई फोटो इंटरनेट मीडिया में है जिसमें वह फोटो के जरिए अपने संबंध को मजबूत बताने का प्रयास कर रहा था।
ज्ञात हो कि नागरथ चौक निवासी एमबीए स्टूडेंट वेदिका शुक्रवार दोपहर एक बजे अपना मोबाइल फोन बेचने भाजयुमो के रानी दुर्गावती मंडल के पूर्व महामंत्री और बिल्डर प्रियांश विश्वकर्मा के लीला ग्रुप आफ बिल्डर्स एंड डेव्लपर्स के आफिस गई थी। वह सोफे पर बैठी थी। तभी प्रियांश ने टेबल पर रखी पिस्टल उठाई। जिसके बाद प्रियांश ने पिस्टल लोड की और फायर कर दिया। गोली सीधे वेदिका को जा लगी। गोली लगने के कारण वह बेहोश हो गई। प्रियांश पहले उसे स्मार्ट सिटी अस्पताल ले गया, हालात नहीं सुधरे को वेदिका को दमोहनाका स्थित निजी अस्पताल ले गया, जहां उसे छोड़कर प्रियांश भाग निकला। वेदिका की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है। इस संबंध में चौकी प्रभारी धनवंतरी नगर सतीश झारिया ने बताया कि एक दिन की पुलिस रिमांड में प्रियांश को लिया गया है उससे पूछताछ कर घटना की जानकारी ली जाएगी।