भोपाल के बावड़िया कला में इस साल भी होली का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। कुशवाहा एकता मंच के सदस्यों ने तीन दिन तक रंग, पिचकारी और संगीत के साथ पूरे गांव को उत्सव में डुबो दिया। उत्सव की शुरुआत परंपरागत होलिका दहन से हुई। पिछले कई वर्षों से एक ही स्थान पर विधि-विधान से होलिका दहन का पूजन किया जाता है। इस अवसर पर पूरे गांव के लोग एकत्र हुए
उत्सव की एक विशेष परंपरा के तहत गांववासी पहले मंदिर में इकट्ठा हुए। फिर उन परिवारों के घर गए, जिनके सदस्यों का स्वर्गवास हो चुका है। वहां रंग लगाने के बाद सभी लोग मंदिर लौटे। यहां गुड़, लड्डू और गुलाल के साथ एक-दूसरे को रंग लगाकर जश्न मनाया।महिलाओं की टोली भी अलग से जश्न में शामिल हुई। वे एक साथ मिलकर अनराय वाले घरों में जाकर रंग लगाती हैं। इसके बाद गुड़ और बताशे का वितरण किया जाता है। यह परंपरा कई वर्षों से चली आ रही है, जिसमें सभी का सहयोग रहता है।
कार्यक्रम में गजराज सिंह कुशवाहा, सुनील कुशवाहा, डालचंद कुशवाहा, मनोज कुशवाहा, मुन्ना भैया, मूलचंद, मंगल कुशवाहा, मोनू, कमलेश, विशाल और छोटू सहित कई लोग मौजूद रहे।