नई दिल्ली. सुबह की चाय की चुस्कियां अब जल्द ही महंगी होने वाली हैं. देश की सबसे बड़ी एफएमसीजी कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर अपने कुछ उत्पादों की खुदरा कीमतों में बढ़ोतरी कर सकती है. सूत्रों के मुताबिक, कंपनी के कमोडिटी बास्केट में बड़ी हिस्सेदारी रखने वाले कच्चे पाम ऑयल और चाय में महंगाई देखी जा रही है.
जानकारी के मुताबिक, उच्च कमोडिटी महंगाई से जूझ रही देश की सबसे बड़ी एफएमसीजी कंपनी कुछ राहत के लिए पाम आयल और चाय से बनने वाले उत्पादों की रिटेल कीमतों में बढ़ोतरी कर सकती है.
पिछले साल के मुकाबले महंगे हुए ये उत्पाद
बुधवार को पोस्ट-अर्निंग्स प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी रितेश तिवारी ने कहा, “दिसंबर तिमाही में त्वचा की सफाई वाले प्रोडक्ट और चाय की कीमतें क्रमबद्ध तरीके से बढ़ाई जाएंगी. इनमें से कुछ मूल्यवृद्धि पहले से ही बाजार में लागू हो चुकी हैं और शेष तिमाही के बाकी हिस्सों में लागू होंगी. लंबे समय तक स्थिर रहने के बाद, कच्चे पाम ऑयल और चाय की कीमतों में क्रमशः 10% और 25% साल-दर-साल महंगाई दर्ज की गई है.”
दूसरी तिमाही में मुनाफा घटा
तिवारी ने यह भी बताया कि तीसरी तिमाही में मूल्य वृद्धि, मात्रा वृद्धि से अधिक रहने की संभावना है. सितंबर तिमाही के दौरान HUL का शुद्ध मुनाफा 2,717 करोड़ रुपये से घटकर 2,612 करोड़ रुपये हो गया, जो कि लगभग 4% की गिरावट है.
हालांकि, कंपनी की कुल बिक्री दूसरी तिमाही में 15,319 करोड़ रुपये तक पहुंच गई, जो सालाना आधार पर 1.9% की मामूली वृद्धि है. शहरी बाजारों में धीमी खपत ने कुल वृद्धि को प्रभावित किया, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार सुधार देखने को मिला. HUL ने दूसरी तिमाही में 3% की अंतर्निहित मात्रा वृद्धि और 2% की अंतर्निहित बिक्री वृद्धि दर्ज की.