भारत को दी है जानकारी
पिछले महीने मोइज्जू ने इब्राहिम सोलिह को हराया, जिन्हें भारत के लिए अनुकूल माना जाता है। उन्होंने कहा, 'मैं कुछ दिनों पहले भारतीय उच्चायुक्त से मिला था और उस बैठक के दौरान ही मैंने उल्लेख किया था कि हमें इसे अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता बनाने की जरूरत है। उन्होंने इसे सकारात्मक तौर पर लिया और कहा कि वे मिलकर इस पर आगे का रास्ता खोजने के लिए साथ हैं।' हालांकि उन्होंने यह स्वीकार किया कि उन्हें मालदीव में भारतीय सैन्य कर्मियों की संख्या की जानकारी नहीं है।'हम सुरक्षित महसूस नहीं करते'
मोइज्जू ने कहा, 'सदियों से मालदीव एक शांतिपूर्ण देश रहा है। हमारी धरती पर कभी कोई विदेशी सेना नहीं रही। हमारे पास कोई बड़ा सैन्य ढांचा नहीं है और हमारी धरती पर किसी भी सेना के रहने से हम सुरक्षित महसूस नहीं करते।' यह पूछे जाने पर कि क्या उनका झुकाव चीन की तरफ रहेगा? इस पर उन्होंने कहा कि वह मालदीव समर्थक नीति का पालन करेंगे। मुइज्जू ने कहा, 'हम किसी भी देश को खुश करने के लिए उसका पक्ष नहीं लेंगे। हम चाहते हैं कि पहले हमारे पक्ष सुरक्षित हों। कोई भी देश जो इसका सम्मान करे वो हमारा अच्छा दोस्त है।'