हमास का कहना है कि गाजा में 70 से ज्यादा बंधकों की मौत हो चुकी है। हमास ने शुक्रवार देर रात कहा- 7 बंधक मारे गए हैं। इनकी मौत इजराइली हमलों में हुई। अब मारे गए बंधकों का आंकड़ा 70 से ज्यादा हो गया है।
7 अक्टूबर 2023 को हमास के आतंकी करीब 253 लोगों को बंधक बनाकर गाजा ले गए थे। 24 नवंबर से 1 दिसंबर को हुए सीजफायर में 105 बंधकों को आजाद किया गया था। बचे हुए बंधक अब भी हमास की कैद में हैं। इनमें से 70 बंधकों के मारे जाने की बात हमास ने कही है।
इधर, इजराइल-हमास जंग के बीच पहली बार अमेरिका गाजा में मदद पहुंचाएगा। अमेरिकी सेना प्लेन के जरिए गाजा में खाने के पैकेट गिराएगी। खाना लेने पहुंचे फिलिस्तीनियों पर फायरिंग के बाद अमेरिकी ने यह फैसला लिया है।
दरअसल, इजराइली सेना ने 1 मार्च को राहत सामग्री (खाना) लेने पहुंचे गाजा के लोगों पर फायरिंग कर दी थी। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, इस दौरान 112 फिलिस्तीनी मारे गए थे। 760 लोग घायल हुए थे।
खाने के लिए समुद्र में दौड़
कुछ दिन पहले जॉर्डन ने साउथ गाजा में प्लेन से राहत सामग्री गिराई गई। ये पैकेट समुद्र में गिरे। फिलिस्तीनी लोग इन्हें उठाने के लिए समुद्र में दौड़ गए। कुछ लोग बोट में खाना ले जाते दिखे।UN का कहना है कि गाजा के 22 लाख लोग भुखमरी की कगार पर हैं। इधर, UN के वर्ल्ड फूड प्रोग्राम के डिप्टी डायरेक्टर कार्ल स्काउ ने कहा है कि वो इतने सामान का प्रबंध कर रहे हैं, जिससे एक महीने के लिए गाजा के लोगों की भूख मिटाई जा सके।
समुद्र के रास्ते मदद पहुंचाने पर विचार
व्हाइट हाउस के स्पोक्स पर्सन जॉन किर्बी ने कहा- हम गाजा के लोगों को रेडी-टु-ईट खाना पहुंचाएंगे। वहां के हालात बेहद खराब हैं। बच्चे भूख से मर रहे हैं। लगभग पूरी आबादी भुखमरी की कगार पर है। हम समुद्र के रास्ते भी राहत सामग्री पहुंचाने के बारे में विचार कर रहे हैं।
'अल-अक्सा फ्लड' के खिलाफ इजराइल का ऑपरेशन 'सोर्ड्स ऑफ आयरन'
हमास ने इजराइल पर 7 अक्टूबर को हमला किया था। उसने इजराइल के खिलाफ अपने ऑपरेशन को 'अल-अक्सा फ्लड' नाम दिया। इसके जवाब में इजराइल की सेना ने हमास के खिलाफ 'सोर्ड्स ऑफ आयरन' ऑपरेशन शुरू किया। हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ ने कहा था- ये हमला यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजराइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। दरअसल, इजराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंके थे।
वहीं, हमास के प्रवक्ता गाजी हामद ने अल जजीरा से कहा था- ये कार्रवाई उन अरब देशों को हमारा जवाब है, जो इजराइल के साथ करीबी बढ़ा रहे हैं। हाल ही के दिनों में मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अमेरिका की पहल पर सऊदी अरब इजराइल को देश के तौर पर मान्यता दे सकता है।