अगले साल यानी 2005 में उन्होंने आधिकारिक रूप से अपनी कंपनी का नाम फेसबुक रखा। उसी साल याहू ने कंपनी को एक अरब डॉलर में खरीदने की पेशकश की थी लेकिन इस ऑफर को जकरबर्ग ने ठुकरा दिया था। साल 2007 में 23 साल की उम्र में जकरबर्ग दुनिया में सबसे कम उम्र के बिलिनेयर बन गए थे। साल 2012 में फेसबुक पब्लिक हुई जो उस समय सबसे बड़ा टेक आईपीओ था। मेटा प्लेटफॉर्म्स आज 1.459 ट्रिलियन डॉलर के मार्केट कैप के साथ दुनिया की सातवीं बड़ी वैल्यूएबल कंपनी है।