मुंबई । रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद (जीजेईपीसी) के शुरुआती अनुमान के अनुसार मार्च में इस क्षेत्र का निर्यात गिरकर आधा रह गया है। तराशे हीरे समेत कुल निर्यात मार्च में लुढ़ककर 1.5 अरब डॉलर रहने का अनुमान है, जबकि मार्च 2019 में यह 3.34 अरब डॉलर था। इस तरह इसमें 56.4 प्रतिशत गिरावट के संकेत मिल रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप वित्त वर्ष 20 में इस क्षेत्र से होने वाला कुल निर्यात 11.33 प्रतिशत गिरकर 35.14 अरब डॉलर रहने का अनुमान है। जानकारी के मुताबिक सूरत हीरा प्रसंस्करण उद्योग को अपने सभी काम बंद करने पड़ गए हैं। अब उनके पास पिछले कुछ सप्ताह के दौरान प्रसंस्कृत किया गया बिना बिका हुआ स्टॉक ही बचा हुआ है और निकट भविष्य में नई मांग आने की कोई संभावना नहीं दिख रही है क्योंकि वैश्विक बाजार में लॉकडाउन की स्थिति चल रही है। हालांकि जब यह लॉकडाउन समाप्त होगा और बाजार खुलेगा तो उद्योग को फिर से कारोबार करना होगा। अब तक दुनिया भर के उपभोक्ता अपने गैर-जरूरी व्यय में कटौती कर चुके हैं जिससे हीरा आभूषण खरीद पर असर पड़ रहा है। जब उद्योग में काम शुरू होगा तो सबसे बड़ा मसला ऋण जुटाना होगा। धन की आवश्यकता पहले की तुलना में सबसे महत्त्वपूर्ण होगी।