मुंबई । आर्थिक मंदी की मार का सामना कर रहे देश पर अब कोरोना की मार पड़ गई है। इस खतरनाक वायरस के डर से लोगों ने घरों से निकलना बंद कर दिया है, जिस कारण कारोबार ठप पड़ गया है। बाजारों में बिक्री कम होने की वजह से व्यापारी परेशान हैं। कोरोना ने देश की ऑटो इंडस्ट्री को भी अपनी चपेट में ले लिया है, जिसका नतीजा यह हुआ कि ओला और उबर कैब सर्विस की कमाई दो सप्ताह में 50 प्रतिशत तक गिर गई है। दरअसल कोरोना के खतरे को देखते हुए कई राज्यों में स्कूल-कॉलेज से लेकर सिनेमा हॉल सब बंद है। ऐसे में जब लोग घर से बाहर ही नहीं निकलेंगे तो इसका नुकसान कैब सर्विस को तो होगा ही। इतना ही नहीं जो ड्राइवर ओला और उबर से कंपनियों से लीज पर लेकर कार चला रहे हैं, उन्हें उलटा अपनी जेब से पैसे जमा कराने पड़ रहे हैं। अब वह डिजिटल पेमेंट लेने के बजाय कैश में भुगतान करने पर जोर दे रहे हैं। टैक्सी यूनियन का कहना है कि कोरोना आफत बनकर आया है। कंपनियां भी कर्मचारियों को वर्क फॉर होम करने को कहा गया है ऐसे में उन्हे ग्राहक कहां से मिलेंगे। उन्होंने सरकार से मांग की है कि हालात ठीक होने तक बैंकों को उनकी ईएमआई टालने के लिए कहा जाए।