नई दिल्ली । भारत की प्रमुख इस्पात कंपनी टाटा स्टील चीन में कोरोना वायरस संक्रमण फैलने की वजह से अब वहां को छोड़ दूसरे बाजारों से अपनी जरूरत के माल की खरीद के आर्डर देने लगी है। कंपनी पहले अपने कारखानों में इस्तेमाल होने वाले कई तरह के माल चीन से खरीद रही थी लेकिन वहां कोरोना विषाणु की महामारी से कारोबार अस्त-व्यस्त हो गया है। टाटा स्टील के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी टीवी नरेंद्रन ने कहा कि उनकी कंपनी पहले से ही जोखिम का आकलन करने लगी थी। यहां उद्योगमंडल सीआईआई की क्षेत्रीय इकाई की वार्षिक बैठक के बाद नरेंद्रन ने कहा कि कंपनी अपने यहां इस्तेमाल होने वाली कुछ चीजें चीन से खरीदती रही है। हमने जोखिम का आकलन कर लिया है और अप्रैल तक सब चीज आराम से चलेगी। हमारे कारोबार पर अभी कोई असर नहीं पड़ा है, पर उन्होंने यह भी कहा कि कंपनी ने ब्राजील और तुर्की जैसे वैकल्पिक बाजारों से माल खरीदने के आर्डर दिए है। यद्यपि वहां माल कुछ महंगा पड़ता है। टाटा स्टील के अधिकारियों के अनुसार कंपनी रीफैक्ट्री, स्टील मिल रोल, एलेक्ट्रोड और मैंगनीज आदि की खरीद चीन से करती है। उन्होंने यह भी कहा कि इस्पात उद्योग को सितंबर से इस्पात की कीमतों में सुधार आने की उम्मीद है। इस्पात की मांग बढ़ना शुरू हो चुकी थी पर कोराना के प्रकोप से मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। पिछले साल नवंबर में भाव गिर कर 32,250 रुपए टन पर पहुंच गया था जो अब सुधर कर 37,000 रुपए पर चल रहा है। पिछले साल इस्पात की उच्चतम दर 46,000 रुपए प्रति टन थी।