नई दिल्ली । भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (ट्राई) ने कहा कि उसने टोल प्लाजा पर फास्टैग वाले लेन में घुसने वाले बिना टैग के 18 लाख वाहनों से 20 करोड़ रुपए वसूल किए हैं। सड़क परिवहन मंत्रालय ने पिछले साल दिसंबर में इलेक्ट्रॉनिक टोल वसूली के लिए फास्टैग की शुरुआत की थी। मंत्रालय ने तब कहा था कि यदि कोई वाहन बिना टैग के समर्पित लेन में घुसता है तो उससे दो गुना टोल वसूल किया जाएगा। प्राधिकरण ने एक बयान में कहा कि फास्टैग लेन में बिना टैग के घुसने वाले वाहनों से दो गुना टोल वसूला जा रहा है। उसने कहा कि अभी तक देश भर में 18 लाख वाहनों ने बिना टैग के फास्टैग लेन में घुसने की कोशिश की है और इनसे 20 करोड़ रुपए वसूले गए हैं। अभी तक देशभर में 1.55 करोड़ से अधिक फास्टैग जारी किए जा चुके हैं। वहीं कुछ टोल प्रबंधन का कहना हैं कि लोकल वाहन चालक जबरदस्ती फास्ट टेग लेन में घुस जाते हैं जिसके कारण रोजाना 20 से 25 वाहन चालकों से झगड़े हो रहे हैं। 28 फरवरी तक अगर लोकल वाहन चालक फास्टैग नहीं लगवाते हैं और फास्टैग लेन से गुजरने पर विवाद करते हैं तो उनके खिलाफ एफआरआई दर्ज करवाई जाएगी।