मुंबई । बाजार में नई फसल आने से आलू, प्याज और टमाटर जैसी सब्जियों के दामों से लोगों को राहत मिलनी शुरू हो गई है। जनवरी से अब तक इनके दाम 50 से 60 फीसदी गिर चुके हैं। आलू और प्याज के दाम नियंत्रण में रहने की संभावना है, लेकिन टमाटर किसान इस बार मालामाल हो सकते हैं। चीन, फ्रांस, स्पेन और इटली जैसे देशों में फसल खराब होने के कारण टमाटर और उसके उत्पादों की विदेशी मांग बढऩे की संभावना बन चुकी है जिसका असर घरेलू बाजार पर भी पड़ेगा। जनवरी से अब तक टमाटर की कीमतें आधी हो गई हैं। साल की शुरुआत में थोक बाजार में टमाटर के दाम 2,000 रुपये प्रति क्विंटल और खुदरा बाजार में 60 रुपए प्रति किलोग्राम पार कर चुके थे। राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (एनएचआरडीएफ) से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक साल की शुरुआत में दिल्ली के थोक बाजार में टमाटर की औसत कीमत 2,057 रुपए प्रति क्विंटल और मुंबई में 1,200 रुपए प्रति क्विंटल थी, जो 15 फरवरी को गिरकर क्रमश: 941 रुपए और 700 रुपए हो गई। पिछले दो दिन में टमाटर के भाव में अचानक तेजी देखने को मिली है। मुंबई के थोक बाजार में टमाटर के दाम अचानक बढ़कर 1,100 रुपए प्रति क्विंटल हो गए। कृषि उपज विपणन समिति (एपीएमसी) के कारोबारी आपूर्ति में कमी को इस कीमत वृद्धि की वजह बता रहे हैं।