मॉरिशस में शिवरात्रि से पहले होने वाले एक धार्मिक अनुष्ठान के दौरान आग लगने से 6 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। कई लोग इसमें घायल हुए। घटना पर विदेश मंत्री एय जयशंकर ने दुख जताया है।
मॉरिशस के पुलिस कमिश्नर अनिल कुमार दिप ने कहा- श्रद्धालु शिवरात्रि से पहले 3 मार्च को ग्रैंड बेसिन झील तक पैदल यात्रा कर रहे थे। ये लोग लकड़ी और बांस से बनी एक गाड़ी पर देवताओं की मूर्तियां रखकर झील जा रहे थे। ये गाड़ी बिजली के खुले तारों के संपर्क में आ गई और इसमें आग लग गई।
ग्रैंड बेसिन झील को पूर्वी अफ्रीकी देश मॉरिशस का हिंदू समुदाय पवित्र मानता है।
मॉरिशस में हिंदू सबसे बड़ा धर्म
अफ्रीकी देश मॉरिशस में हिंदू सबसे बड़ा धर्म है। 2011 की सेंसस के मुताबिक, यहां करीब 48.5% आबादी हिंदू है। यह अफ्रीका का इकलौता ऐसा देश है, जहां इतनी बड़ी तादाद में हिंदू रहते हैं। वैश्विक स्तर पर देखा जाए, तो हिंदुओं की आबादी के मामले में भारत और नेपाल के बाद मॉरिशस का ही नाम आता है।
मॉरिशस में हिंदू धर्म तब आया जब भारतीय मजदूरों को कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर फ्रांसीसी कॉलोनियों में लाया गया था। इसके बाद इन्हें मॉरिशस सहित हिंद महासागर के कई द्वीपों पर ब्रिटिश कॉलोनियों में भी काम पर लगाया गया। यह मजदूर मुख्य रूप से बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश से आए थे। बाद में इनमें से बड़ी संख्या में लोग मॉरिशस में ही बस गए।
मॉरिशस में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर 2 घंटे छुट्टी की घोषणा हुई थी
मॉरिशस की सरकार ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर 22 जनवरी को हिंदू धर्म मानने वाले कर्मचारियों के लिए 2 घंटे की छुट्टी की घोषणा की थी। वहीं, मॉरिशस के सांसद महेंद गंगा प्रसाद ने प्रधानमंत्री मोदी का आभार जताते हुए कहा था कि सिर्फ PM मोदी ही अयोध्या को फिर से दुनिया के सामने ला सकते थे और उन्होंने ऐसा कर दिखाया है। मैं और मॉरिशस में रह रहे हिंदू आज इस बात से बेहद खुश हैं कि भगवान राम का मंदिर अब वहां है, जहां वे पैदा हुए थे।
श्रद्धालुओं की मौत से जुड़ी अन्य घटनाएं...
1. जुलाई 2020 में 19 सिख श्रद्धालुओं की मौत हुई थी
चार साल पहले यानी जुलाई 2020 में पाकिस्तान में एक ट्रेन हादसे में 19 सिख श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी। सिख श्रद्धालुओं को ले जा रही एक बस लाहौर से कराची जा रही शाह हुसैन एक्सप्रेस से टकरा गई थी। हादसा ननकाना साहिब के करीब सुच्चा सौधा रेलवे क्रॉसिंग पर हुआ था। यहां कोई फाटक नहीं था। हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताया था।
श्रद्धालुओं की मौत से जुड़ी अन्य घटनाएं...
1. जुलाई 2020 में 19 सिख श्रद्धालुओं की मौत हुई थी
चार साल पहले यानी जुलाई 2020 में पाकिस्तान में एक ट्रेन हादसे में 19 सिख श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी। सिख श्रद्धालुओं को ले जा रही एक बस लाहौर से कराची जा रही शाह हुसैन एक्सप्रेस से टकरा गई थी। हादसा ननकाना साहिब के करीब सुच्चा सौधा रेलवे क्रॉसिंग पर हुआ था। यहां कोई फाटक नहीं था। हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताया था।2. सऊदी में उमरा करने जा रहे यात्रियों की बस पलटी
28 मार्च 2023 को सऊदी अरब में तीर्थयात्रियों को मक्का लेकर जा रही एक बस पुल पर क्रैश हो गई थी। हादसे में 20 लोगों की मौत हुई, जबकि 29 लोग घायल हुए।
बस यात्रियों को उमराह (हज की तरह ही एक मुस्लिम धार्मिक यात्रा) के लिए मक्का लेकर जा रही थी। तभी सऊदी के असीर राज्य के पास ब्रेक फेल होने से बस पुल से टकराकर पलट गई और उसमें आग लग गई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बस में सवार यात्री अलग-अलग देशों के थे। हालांकि, ये कौन से देश हैं, इसकी जानकारी सामने नहीं आई।
2. सऊदी में उमरा करने जा रहे यात्रियों की बस पलटी
28 मार्च 2023 को सऊदी अरब में तीर्थयात्रियों को मक्का लेकर जा रही एक बस पुल पर क्रैश हो गई थी। हादसे में 20 लोगों की मौत हुई, जबकि 29 लोग घायल हुए।
बस यात्रियों को उमराह (हज की तरह ही एक मुस्लिम धार्मिक यात्रा) के लिए मक्का लेकर जा रही थी। तभी सऊदी के असीर राज्य के पास ब्रेक फेल होने से बस पुल से टकराकर पलट गई और उसमें आग लग गई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बस में सवार यात्री अलग-अलग देशों के थे। हालांकि, ये कौन से देश हैं, इसकी जानकारी सामने नहीं आई।
4. इंडोनिशिया में 27 तीर्थयात्रियों की मौत
2021 में इंडोनेशिया के जावा आइसलैंड में टूरिस्टों से भरी बस खाई में गिर जाने से 27 लोगों की मौत हो गई थी। हादसे में 39 अन्य लोग घायल भी हुए थे। मरने वाले सभी तीर्थ यात्री थे। बस पश्चिमी जावा के सुबांग शहर से तासिकामलय जिले में स्थित एक तीर्थस्थल पर जा रही थी। सुमेदांग जिले में कई ढलान होने के चलते ड्राइवर ने स्टीयरिंग पर कंट्रोल खो दिया था।