पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में जीत हासिल की। चुनाव के नतीजों को विदेशी मीडिया ने भी कवर किया।
न्यूयॉर्क टाइम्स (अमेरिका)
NYT ने कहा- तीन बड़े राज्यों की जीत के साथ PM मोदी ने भारत में अपना दबदबा बढ़ाया है। ये नतीजे 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिहाज से फायदेमंद साबित होंगे। PM मोदी अब और भी मजबूत स्थिति में हैं। वो अगले महीने उत्तर प्रदेश में एक तबाह हुई मस्जिद की जगह पर बनाए जा रहे राम मंदिर के उद्घाटन के साथ अपने आधार को और मजबूत करेंगे।
BBC (ब्रिटेन)
BBC ने कहा- भाजपा ने 3 राज्यों में जीत हासिल की है। इसका फायदा मोदी सरकार को आगे मिलेगा। चुनाव नतीजों से पता चलता है कि देश का मूड उन्हें लगातार तीसरी बार सत्ता में वापस लाने का है।
रॉयटर्स (ब्रिटिश न्यूज एजेंसी)
रॉयटर्स के मुताबिक, तीन राज्य चुनावों में अप्रत्याशित जीत के बाद मोदी अजेय नजर आ रहे हैं। नतीजों ने विपक्षी पार्टी कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। कांग्रेस को अगले साल के आम चुनावों में कठिनाइयों का सामना करना होगा।
जियो न्यूज (पाकिस्तान)
पाकिस्तान के ब्रॉडकास्टर जियो टीवी ने लिखा- राज्यों के चुनाव नतीजे लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी पार्टी के लिए बड़ी जीत हैं। लोकसभा चुनाव अगले 6 महीने में होने हैं।
रशिया टाइम्स (रूस)
रूसी मीडिया RT ने लिखा- मोदी की पार्टी भारत के प्रमुख राज्यों में चुनाव जीत गई है। बीजेपी ने मध्यप्रदेश में जीत हासिल की है और दो अन्य प्रमुख राज्यों- राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भारत की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस को बाहर कर दिया है। विधानसभा चुनाव के नतीजे मोदी की सरकार की दो प्रमुख अवधारणाओं - 'आत्मनिर्भर भारत' और 'सबका साथ, सबका विकास' की जीत है।
TRT वर्ल्ड (तुर्किये)
तुर्किये के सरकारी मीडिया TRT वर्ल्ड ने कहा- 3 राज्यों में BJP की जीत नेहरू-गांधी परिवार के राहुल गांधी के लिए एक बड़ा झटका है। कभी भारत की राजनीति पर अपना दबदबा रखने वाली कांग्रेस पार्टी भाजपा और मोदी से 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में लगातार दो बार हार चुकी है। कार्यकाल के दसवें साल भी प्रधानमंत्री मोदी बेहद लोकप्रिय हैं।
ब्लूमबर्ग (अमेरिका)
अमेरिका के प्रमुख अखबार ब्लूमबर्ग ने लिखा- मोदी की सत्ता में वापसी तय है। विधानसभा चुनावों में विपक्ष व्यापक रूप से हार गया है और यही हार लोकसभा चुनावों से पहले सत्तारूढ़ पार्टी और मोदी को मोटिवेट करेगी।