साल 2015 में आज ही के दिन यानी 12 जुलाई को इंदौर में पानी पूरी से जुड़ा एक वर्ल्ड रेकॉर्ड बना था। इंदौर के एक रेस्तरां ने 51 फ्लेवर की पानी पूरी पेश करके रेकॉर्ड बनाया था।
पानी पूरी का नाता महाभारत से है। ऐसा बताया जाता है कि पांडवों से शादी के बाद द्रौपदी के पास उन्हें खिलाने के लिए बची-खुची सब्जियां और आटा होता था। उन्होंने आटे की पूरियां बनाकर उसमें आलू और सब्जी भरी। यहीं से पानी-पूरी की शुरुआत हुई।
पानी पूरी को कई नामों से जाना जाता है। इसे गोलगप्पा, पूर्वी भारत में पुचका, दक्षिणी राज्यों तेलंगाना, हैदराबाद आदि में गुप शूप कहा जाता है। पानी पुरी भारत के सबसे प्रसिद्ध स्ट्रीट फूड में से एक बन गया है, और सभी उम्र और धर्म के लोग इसे खाने का आनंद लेते हैं।
पानी पुरी भारत के पसंदीदा व्यंजनों में से एक है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत में पानी पुरी बाजार का करीब 6,000 करोड़ रुपये से भी ज्यादा है। यह 20 से 22% की कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट से बढ़ रहा है।
पानी पूरी में मार्जिन ज्यादा होता है। दरअसल इसकी डिमांड हमेशा अच्छी रहती है। जानकारों के मुताबिक, आप एक घंटे में 4 हजार पूरियां तक बना सकते हैं। वहीं इन 4 हजार पूरियों से आप कम से कम 800 से 900 रुपये आराम से कमा सकते हैं।
जानकारों के मुताबिक, पानी पूरी के बिजनस में अच्छी कमाई हो सकती है। अगर कोई 8 घंटे काम करता है तो वह 6 से 7 हजार रुपये तक रोजाना कमा सकता है। इसमें जितनी ज्यादा मेहनत उतनी ही ज्यादा कमाई है।