इस रिपोर्ट में भारत के पसंदीदा अंतर्राष्ट्रीय गंतव्य की जो सूची दी गई है, उसमें यूएई और थाईलैंड सबसे ऊपर है। उक्त अवधि के दौरान इन देशों के लिए क्रमशः 17% और 14% खोज की गई हैं। इसके बाद भारतीय पर्यटकों के लिए अमेरिका, सिंगापुर और इंडोनेशिया सबसे ज्यादा पसंदीदा डेस्टिनेशन हैं। दिलचस्प बात यह है कि भारतीय यात्रियों को आकर्षित करने वाले शीर्ष दस देश पिछले वर्ष से अपरिवर्तित हैं, जो सभी खोजों में 64% का योगदान देते हैं।
भारतीयों के बीच अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए खोज के रुझान बताते हैं कि अब वे नए डेस्टिनेशंस खोज रहे हैं। तभी तो शीर्ष 10 सबसे लोकप्रिय वैश्विक शहरों में खोज की मात्रा में 45% से 42% तक मामूली गिरावट देखी गई है। यह 3% की गिरावट बताती है कि भारतीय यात्री पारंपरिक रूप से पसंदीदा शहरों से परे नए गंतव्यों की खोज कर रहे हैं।
यूं तो भारतीय पूरे साल विदेश यात्रा करते हैं। लेकिन दिसंबर अंतरराष्ट्रीय यात्रा खोजों के लिए सबसे ज़्यादा महीना होता है। मतलब कि लोगों ने दिसंबर महीने में सबसे ज्यादा विदेशी डेस्टिनेशंस के लिए सर्च किया। अक्टूबर से जनवरी तक छोटी दूरी की जगहों पर सबसे ज़्यादा खोज की जाती है, जबकि अप्रैल से सितंबर तक लंबी और मध्यम दूरी की जगहों पर ज़्यादा ध्यान दिया जाता है।
भारतीयों के बीच अंतरराष्ट्रीय यात्रा का मुख्य कारण छुट्टी है, जो 55% यात्राओं के लिए ज़िम्मेदार है। दोस्तों और रिश्तेदारों से मिलने (VFR) और व्यावसायिक यात्राएं 33% हैं। थाईलैंड शीर्ष अवकाश गंतव्य के रूप में सामने आया है, ख़ास तौर पर पश्चिम बंगाल, कर्नाटक और गुजरात के यात्रियों के बीच। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि भारतीय तेज़ी से लचीले यात्रा विकल्पों का चयन कर रहे हैं, जिसमें अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए जीरो कैंसिलेशन फी और बीमा ऐड-ऑन में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। अंतिम समय में बुकिंग की प्रवृत्ति भी स्पष्ट है, जिसमें लगभग 50% इंटरनेशनल फ्लाइट टिकट यात्रा से 14 दिन से कम समय पहले बुक किए जाते हैं।