एस्सार ग्रुप के को-फाउंडर शशि रुइया का निधन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताया शोक
Updated on
26-11-2024 03:04 PM
नई दिल्ली: अरबपति कारोबारी और एस्सार ग्रुप के को-फाउंडर शशि रुइया का 81 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। शशि रुइया ने अपने भाई रवि रुइया के साथ मिलकर 1969 में एस्सार ग्रुप की स्थापना की थी। शुरुआत में इस ग्रुप ने कंस्ट्रक्शन और इंजीनियरिंग क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित किया। 1980 के दशक में ग्रुप ने कई तेल और गैस एसेट्स के अधिग्रहण के साथ ऊर्जा सेक्टर में डाइवर्सिफाई किया। 1990 के दशक में इस ग्रुप ने स्टील और टेलिकॉम में अपना विस्तार किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शशि रुइया के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
शशि के भाई रवि रुइया और परिवार के सदस्यों ने एक बयान में कहा, 'हमें अत्यंत दुख के साथ बताना पड़ रहा है कि रुइया और एस्सार परिवार के संरक्षक शशिकांत रुइया का निधन हो गया है। वे 81 वर्ष के थे। सामुदायिक उत्थान और परोपकार के प्रति अटूट प्रतिबद्धता के साथ, उन्होंने लाखों लोगों के जीवन को छुआ और एक स्थायी प्रभाव छोड़ा। उनकी विनम्रता, गर्मजोशी और हर किसी से जुड़ने की क्षमता ने उन्हें वास्तव में एक असाधारण लीडर बनाया।'
एस्सार ग्रुप की स्थापना
शशि रुइया ने अपने भाई रवि रुइया के साथ 1969 में एस्सार ग्रुप की स्थापना की थी। उसे मद्रास पोर्ट ट्रस्ट से बंदरगाह में बाहरी ब्रेकवाटर के निर्माण के लिए 2.5 करोड़ रुपये का ऑर्डर प्राप्त हुआ था। शुरुआती वर्षों में एस्सार ग्रुप ने कंस्ट्रक्शन और इंजीनियरिंग पर फोकस किया। उसने देश में कई पुलों, बांधों और बिजली संयंत्रों सहित कई प्रमुख इन्फ्रा प्रोजेक्ट्स का निर्माण किया। 1980 के दशक में ग्रुप ने एस्सार ने कई तेल और गैस सेक्टर में विस्तार किया और 1990 के दशक में स्टील और टेलिकॉम में भी कदम रखा। एस्सार ने हचिसन के साथ मिलकर भारत की दूसरा सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी बनाई। लेकिन अब यह ग्रुप टेलिकॉम बिजनस से निकल चुका है। साथ ही उसने अपनी तेल रिफाइनरी रूस की रोजनेफ्ट के नेतृत्व वाले कंसोर्टियम को बेच दी। ग्रुप का स्टील प्लांट भी इनसॉल्वेंसी प्रॉसीडिंग में आर्सेलर मित्तल के पास चला गया। रुइया कई महत्वपूर्ण राष्ट्रीय निकायों और उद्योग संघों में शामिल थे। वह फिक्की की प्रबंध समिति में थे। साथ ही वह प्रतिष्ठित इंडो-यूएस जॉइंट बिजनस काउंसिल और इंडियन नेशनल शिपऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष भी रहे। रुइया प्रधानमंत्री के इंडो-यूएस सीईओ फोरम और भारत-जापान बिजनेस काउंसिल के सदस्य भी थे।
प्रधानमंत्री ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शशि रुइया ने निधन पर शोक जताया है। मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'श्री शशिकांत रुइया जी उद्योग जगत की एक महान हस्ती थे। उनके दूरदर्शी नेतृत्व और उत्कृष्टता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता ने भारत के कारोबारी परिदृश्य को बदल दिया। उन्होंने इनोवेशन और विकास के लिए उच्च मानक भी स्थापित किए। वे हमेशा विचारों से ओतप्रोत रहते थे। हमेशा इस बात पर चर्चा करते थे कि हम अपने देश को कैसे बेहतर बना सकते हैं। शशि जी का निधन बेहद दुखद है। इस दुख की घड़ी में उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। ओम शांति।'
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