पत्र में कहा गया है, 'सरकार ने न तो उपरोक्त सिफारिशों को स्वीकार किया है और न ही 8वें वेतन आयोग का गठन किया है। केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनर्स का डीए पहले ही 1.1.2024 से 50% तक पहुंच गया है। महंगाई और मूल्य वृद्धि को देखते हुए डीए घटक 50% को पार कर जाएगा। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि 20 लाख से अधिक असैनिक केंद्र सरकार के कर्मचारी राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली के तहत आते हैं। उन्हें हर महीने अपने मूल वेतन और डीए का 10% एनपीएस में योगदान करना पड़ता है। यह उनके हाथ में आने वाले वेतन को काफी कम कर देता है। सरकार अभी तक एनपीएस को समाप्त करने और 1.1.2004 को या उसके बाद भर्ती हुए केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए सीसीएस (पेंशन) नियम, 1972 (अब 2021) के तहत पेंशन को बहाल करने की हमारी मांग पर सहमत नहीं हुई है।'