लाखों श्रमिकों पर भी पड़ेगा असर
जीजेईपीसी के कार्यकारी निदेशक सब्यसाची रे ने कहा कि रत्न और आभूषण उद्योग में 50 लाख लोग काम करते हैं। इनमें से काफी सीमांत वर्गों से आते हैं। बीकेसी में भारत डायमंड बोर्स में 50,000 लोग और एसईईपीजेड में एक लाख लोग काम करते हैं। यह इतना श्रम-गहन क्षेत्र है कि सरकार जो कुछ भी करेगी, उसका असर लाखों श्रमिकों पर पड़ेगा।
जीजेईपीसी के कार्यकारी निदेशक सब्यसाची रे ने कहा कि रत्न और आभूषण उद्योग में 50 लाख लोग काम करते हैं। इनमें से काफी सीमांत वर्गों से आते हैं। बीकेसी में भारत डायमंड बोर्स में 50,000 लोग और एसईईपीजेड में एक लाख लोग काम करते हैं। यह इतना श्रम-गहन क्षेत्र है कि सरकार जो कुछ भी करेगी, उसका असर लाखों श्रमिकों पर पड़ेगा।