पश्चिमी देशों का काल है पुतिन की मिसाइल
हालांकि द सन की रिपोर्ट के मुताबिक रूस के अंदर इसका केवल एक ही सफल परीक्षण किया गया है। वहीं एक रक्षा सूत्र ने रूसी एजेंसी तास को बताया कि पहली सरमत रेजिमेंट के अंदर एक कमांड पोस्ट और कई साइलो लॉन्चर होंगे। यह रेजिमेंट रणनीतिक मिसाइल फोर्स उझूर मिसाइल का हिस्सा होगी। इस रेजिमेंट को साइबेरिया में तैनात किया गया है। रूस की इस मिसाइल को पांचवीं पीढ़ी का माना जाता है लेकिन यह तय कार्यक्रम से पीछे चल रही है। इसका परीक्षण अभी तक पूरा नहीं हुआ है।
व्लादिमीर पुतिन के लिए यह बड़ा झटका माना जा रहा है। इस मिसाइल का एकमात्र सफल परीक्षण अप्रैल 2022 में किया गया था। हाल के दिनों में रूस के कई मिसाइलों के परीक्षण फेल साबित हुए हैं। इसमें यार्स और बुलावा मिसाइलें शामिल हैं। तास ने बताया कि इस सरमत मिसाइल का परीक्षण कामचाटका इलाके में किया जा रहा है लेकिन एक न एक दिन पुतिन को इस मिसाइल का परीक्षण दक्षिणी ध्रुव से करना ही होगा। इस मिसाइल को दक्षिण या उत्तरी ध्रुव के जरिए पश्चिमी देशों पर हमला करने को तैयार किया गया है। इससे पहले पुतिन ने दावा किया था कि यह मिसाइल बनकर तैयार हो गई है। उनके दावे के विपरीत अभी यह एक साल पीछे चल रही है।