इजराइल और हमास के बीच जारी जंग का असर अमेरिका की सियासत पर भी पड़ रहा है। 9 स्विंग स्टेट्स (जहां वोटर का मूड भांपना मुश्किल) के मुस्लिम नेताओं ने इजराइल को समर्थन देने के लिए प्रेसिडेंट जो बाइडेन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
इन नेताओं ने बाइडेन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं। इनका कहना है कि वो बाइडेन को दोबारा प्रेसिडेंट नहीं बनने देंगे और अब बाइडेन को व्हाइट हाउस से निकालने का वक्त आ गया है।
बाइडेन चुनाव हार चुके हैं
डेमोक्रेट पार्टी के समर्थक हैं ज्यादातर मुस्लिम
US पॉलिटिक्स में तीन तरह के राज्यों को समझिए
रेड स्टेट्स
आसान शब्दों में समझें तो रिपब्लिक पार्टी के दबदबे या कहें प्रभाव वाले राज्यों को रेड स्टेट कहा जाता है। इसकी वजह यह है कि रिपब्लिकन पार्टी का फ्लैग रेड यानी लाल है। इसके समर्थक आपको अकसर इसी रंग के कैप या टी-शर्ट्स में दिख जाएंगे। डोनाल्ड ट्रम्प रिपब्लिकन पार्टी के सदस्य हैं।
ब्लू स्टेट्स
जिन राज्यों में डेमोक्रेटिक पार्टी का प्रभाव ज्यादा है, उन्हें ब्लू स्टेट कहा जाता है। इसके फ्लैग में ब्लू यानी नीला रंग है। जो बाइडेन डेमोक्रेटिक पार्टी से ही आते हैं। इसके पहले बराक ओबामा इसी पार्टी से दो बार राष्ट्रपति बने थे। ओबामा के दौर में बाइडेन वाइस प्रेसिडेंट थे। पार्टी उन्हें अनुभवी नेता और ट्रम्प के मुकाबले ज्यादा बेहतर कैंडिडेट बताती है जो देश में बराबरी की बात करता है।
स्विंग स्टेट्स
कुछ राज्यों को स्विंग स्टेट्स कहा जाता है। नाम से ही जाहिर होता है कि ऐसे राज्य जहां वोटर्स का मूड बदलने की संभावना होती है, वे स्विंग स्टेट्स कहलाते हैं। जैसे, ओहियो या फिर फ्लोरिडा। अकसर, हर चुनाव में स्विंग स्टेट्स बदलते रहे हैं। चुनाव प्रचार के आखिरी दौर में कैंडिडेट्स इन्हीं राज्यों पर ज्यादा फोकस करते हैं।
स्विंग स्टेट्स को बैटल ग्राउंड या पर्पल स्टेट्स भी कहा जाता है। पर्पल यानी नीले और लाल को मिलाया जाने वाला रंग। चुनावी लिहाज से इसके मायने ये हैं कि यहां कोई भी जीत सकता है।