पिछले हफ्ते श्रीलंका ने स्टारलिंक को इंटरनेट सेवाएं प्रदान करने के लिए शुरुआती मंजूरी दे दी थी। गोयनका ने कहा कि भारत में इस क्षेत्र में जितनी अधिक कंपनियां शामिल होंगी, उपभोक्ताओं के लिए उतना ही बेहतर होगा। उन्होंने कहा कि भारत में कम्युनिकेशंस सर्विसेज दूसरे देशों से सस्ती हैं। इसलिए वैश्विक कंपनियों को अपनी कीमतें कम करने के लिए इनोवेशन का सहारा लेना होगा। उन्होंने कहा कि IN-SPACe जल्द ही निजी कंपनियों को ग्राउंड स्टेशन ऑपरेट करने के लिए अधिकृत करेगा, जिससे सैटेलाइट ऑपरेटर भारत से गुजरते समय डेटा डाउनलोड कर सकेंगे।