इजराइल-हमास जंग के बीच सीजफायर के पहले दिन हमास ने 4 बच्चों सहित कुल 25 बंधकों को आजाद किया। इनमें 13 इजराइली बंधक और 12 थाईलैंड के बंधक थे। इसके बदले में इजराइल ने भी 39 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया। अलजजीरा के मुताबिक, इनमें 24 महिलाएं और 15 नाबालिग लड़के हैं।
टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, हमास ने सीजफायर के दूसरे दिन छोड़े जाने वाले बंधकों की लिस्ट भी नेतन्याहू सरकार को सौंपी है। दूसरी तरफ, सीजफायर के बाद शुक्रवार को हजारों फिलिस्तीनी नॉर्थ गाजा लौटे। कुछ लोगों ने AFP से बात करते हुए कहा- हम आखिरकार घर लौट रहे हैं। ऐसा लग रहा है कि हम फिर से सांस ले सकते हैं।
वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि 4 दिन का सीजफायर सिर्फ शुरुआत है। इस डील को आगे बढ़ाने की भी संभावनाएं हैं। बाइडेन ने आगे कहा- हम इस मौके पर 2-स्टेट सॉल्यूशन (अलग फिलिस्तीन देश) के लिए नए सिरे से कोशिश करेंगे।
बाइडेन ने कहा कि बंधकों का आजाद होना इस बात का सबूत है कि हमास सिर्फ दबाव की भाषा जानता है। हम कभी भी उन पर ये भरोसा नहीं कर सकते कि वो कुछ सही करेंगे।
राफा बॉर्डर पार कर इजराइल पहुंचे बंधक
इधर हमास ने जिन बंधकों को छोड़ा उन्हें एम्बुलेंस से राफा बॉर्डर पार करवाया गया। इसके बाद वहां से वे इजराइल के हत्जेरिम एयरबेस पहुंचे। बंधकों को इजराइल के 6 अस्पतालों में रखा गया है। यहां डॉक्टरों की टीम उनकी जांच कर रही है। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, सभी बंधकों स्वस्थ हैं। उधर, आजाद हुए फिलिस्तीनियों के परिजन उनसे अस्पताल में मिल सकेंगे।
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक 4 दिन के सीजफायर के दौरान 150 फिलिस्तीनी कैदियों के बदले कुल 50 बंधकों को छोड़ने पर सहमति बनी है। इजराइल ने बंधकों को वापस लाए जाने वाले इस ऑपरेशन को 'हैवन्स डोर' नाम दिया है।
रक्षा मंत्री बोले- हमास के खात्मे तक नहीं रुकेगी जंग
इजराइली डिफेंस मिनिस्टर योव गैलंट ने कहा- सीजफायर बेहद ही कम समय के लिए हुआ है। इसका ये मतलब नहीं है कि हम रुक जाएंगे। उन्होंने तेल अवीव पहुंचे इटली के रक्षा मंत्री से कहा- हम 4 दिन बाद दोबारा पूरी ताकत से हमला करेंगे। हमले में पूरी सेना लगा देंगे। हम तब तक नहीं रुकेंगे जब तक हमास का खात्मा नहीं हो जाता।
इजराइल की वॉर कैबिनेट के मंत्री बेनी गैंट्ज ने भी यही बात दोहराई है। 24 नवंबर को 4 दिन के लिए युद्धविराम शुरू हुआ है। गाजा में 14 हजार से ज्यादा लोगों की मौत के बाद इजराइल ने हमले बंद कर दिए।
11 देशों के नागरिक हमास के बंधक
टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, हमास की कैद में करीब 250 बंधक हैं। इनमें से कई इजराइली नागरिक हैं। 20 से ज्यादा अमेरिकी नागरिक लापता हैं। एक अमेरिकी सांसद ने कहा कि 10 अमेरिकी नागरिक हमास की कैद में हैं। थाईलैंड के 26 और जर्मनी के 8 नागरिक कैद में हैं। अर्जेंटीना के 16 नागरिक भी कैद में हैं।
ब्रिटेन के 9 नागरिकों की मौत हो गई है। 7 लापता हैं। माना जा रहा है कि ये हमास की कैद में हैं। फ्रांस के नागरिक भी कैद में हैं, इनकी संख्या नहीं बताई गई है। नीदरलैंड की एक 18 साल की नागरिक भी कैद में है। पुर्तगाल के 4 नागरिक, चिली का एक, इटली का भी एक नागरिक हमास की कैद में है।
फिलिस्तीनियों को घर न जाने की सलाह दे रही इजराइली सेना
सीजफायर के बाद हमास के कहने पर नॉर्थ गाजा में लोगों की वापसी हो रही है। दरअसल, 7 अक्टूबर को शुरू हुई इजराइल-हमास जंग के बाद इजराइली सेना ने नॉर्थ गाजा में रह रहे लोगों से साउथ गाजा जाने के लिए कहा था, जिससे जंग में लोग मारे न जाएं और हमास का खात्मा जल्दी हो सके।
हालांकि, अब विस्थापित हुए लोग वापस अपने घर आने लगे हैं। इजराइली सेना एक बार फिर आसमान से पर्चे गिरा रही है और लोगों को वापस आने से रोक रही है।
मिस्र के राष्ट्रपति बोले- भविष्य में फिलिस्तीन को डीमिलिटराइज किया जा सकता है
मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी का कहना है कि जंग के बाद जो फिलिस्तीन होगा उसे डीमिलिटराइज (विसैन्यीकृत) किया जा सकता है। डीमिलिटराइज्ड का मतलब है- ऐसा इलाका जहां फौज की मौजूदगी नहीं होती, या वहां अमन की वजह से सेना की जरूरत नहीं होती उसे डिमिलिटराइज्ड जोन या एरिया कहते हैं।
उन्होंने कहा- यहां फिलिस्तीन और इजराइल दोनों को गारंटी देने के लिए एक अस्थायी अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा हो सकती है। ये सुरक्षा NATO, यूनाइटिक नेशन्स, अरब देशों की फोर्स दे सकती हैं।
इजराइल ने अल-शिफा अस्पताल के नीचे बनी सुरंग तबाह की
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, इजराइली सेना ने गाजा के सबसे बड़े अस्पताल के नीचे बनी सुरंग को तबाह कर दिया है। यहां बंधकों को रखा गया था। हमास के आतंकी बड़ी संख्या में इस सुरंग से ऑपरेट कर रहे थे। सेना को यहां से रॉकेट लॉन्चर और हथियारों का वेयर हाउस मिला था। साथ ही सेना ने 23 नवंबर को गाजा के सबसे बड़े अल-शिफा अस्पताल के डायरेक्टर मोहम्मद अबु सालमिया को गिरफ्तार किया था।
कतर और मिस्र की मध्यस्थता के बाद सीजफायर हुआ
इजराइल-हमास के बीच 24 नवंबर से 4 दिन के लिए युद्धविराम शुरू हुआ। सीजफायर की शुरुआत सुबह 7 बजे (भारतीय समयानुसार 10:30 बजे) हुई। गाजा में 14 हजार से ज्यादा लोगों की मौत के बाद इजराइल ने हमले बंद कर दिए हैं। कतर और मिस्र की मध्यस्थता के बाद इजराइल और हमास युद्ध विराम के लिए राजी हुए थे।
'अल-अक्सा फ्लड' के खिलाफ इजराइल का ऑपरेशन 'सोर्ड्स ऑफ आयरन'
हमास ने इजराइल के खिलाफ अपने ऑपरेशन को 'अल-अक्सा फ्लड' नाम दिया है। इसके जवाब में इजराइल की सेना ने हमास के खिलाफ 'सोर्ड्स ऑफ आयरन' ऑपरेशन शुरू किया। हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ ने कहा था- ये हमला यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजराइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। दरअसल, इजराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंके थे।
वहीं, हमास के प्रवक्ता गाजी हामद ने अल जजीरा से कहा था- ये कार्रवाई उन अरब देशों को हमारा जवाब है, जो इजराइल के साथ करीबी बढ़ा रहे हैं। हाल ही के दिनों में मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अमेरिका की पहल पर सऊदी अरब इजराइल को देश के तौर पर मान्यता दे सकता है।