बेमेतरा। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली द्वारा संचालित "साथी" अभियान के तहत पहचान और गरिमा, आधार पंजीकरण और निराश्रित बच्चों का कानूनी सशक्तिकरण के संबंध में साथी समिति का गठन किया गया। बृजेन्द्र कुमार शास्त्री प्रधान जिला न्यायाधीश के मार्गदर्शन में व श्रीमती निधि शर्मा सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बेमेतरा की द्वारा साथी समिति के क्रियान्वयन हेतु कार्यशाला का आयोजन किया गया। उक्त कार्यशाला में प्राधिकरण के सचिव ने बताया कि नालसा द्वारा देशभर में बेसहारा बच्चों की पहचान करना और उन्हें आधार नामांकन, कानूनी सहायता प्रदान करना और कल्याणकारी योजना से जोड़ना है ताकि कोई भी बच्चा कानूनी हक एवं न्याय से वंचित न रहे। इस सबंध में नालसा साथी अभियान के अंतर्गत यदि कोई बेसहारा बच्चा सड़कों पर या देख-भाल गृहों में रहने वाले ऐसे बच्चें जिनके पास आधार नहीं है, सरकारी लाभ, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और विभिन्न बाल कल्याण कानूनों के तहत सुरक्षा प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण आवश्यकता बतायी है। साथी अभियान का लक्ष्य जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के नेतृत्व में एक मिशन-मोड के दृष्टिकोण में सर्वेक्षण, आधार पंजीकरण और कानूनी सहायता के माध्यम से इस अंतर को पाटना है। साथी समिति में सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बेमेतरा की अध्यक्षता में नामित सदस्य महिला एवं बाल विकास अधिकारी, जिला स्वास्थ्य अधिकारी, जिला बाल संरक्षण अधिकारी, यूआईडीएआई के प्रतिनिधि ई-प्रबंधक, किशोर इकाई से पुलिस अधिकारी, बाल देखभाल संस्थान के प्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता व पैनल अधिवक्ता और अधिकार मित्र उपस्थित रहे। उक्त कार्यशाला में साथी समिति के सदस्यगणों को उनके कार्यों व साथी अभियान के सफलतापूर्वक कियान्वयन हेतु दिशा निर्देश दिये गये है।