शेयर बाजार से पहले जैसे रिटर्न की उम्मीद नहीं करें... ऐसा क्यों कह रहे हैं एक्सपर्ट?
Updated on
22-06-2024 12:32 PM
नई दिल्ली: आम बजट में अगर इनकम टैक्स के मामले में रिलीफ मिलती है, तो कंजम्पशन स्टॉक्स में तेजी आएगी। यह कहना है कोटक महिंद्रा AMC के चीफ इनवेस्टमेंट ऑफिसर (इक्विटी) हर्षा उपाध्याय का। उपाध्याय ने मार्केट्स के आउटलुक और आम बजट से उम्मीदों के बारे में NBT से खास बातचीत की है। पेश हैं इस बातचीत के मुख्य अंश:
लोकसभा चुनाव के बाद अब शेयर बाजार कैसा दिख रहा है?
एग्जिट पोल्स के नतीजों और असल नतीजों में बड़ा फर्क था। इसलिए बड़ी वोलैटिलिटी दिखी। अब फोकस फंडामेंटल्स पर आ गया है। पिछले वित्त वर्ष में 8.2% जीडीपी ग्रोथ रही, इस साल भी अच्छी ग्रोथ होनी चाहिए। कॉरपोरेट अर्निंग्स में पिछले साल 24% की ग्रोथ थी। इस साल करीब 14-16% ग्रोथ होनी चाहिए। इकॉनमी और कॉरपोरेट्स, हर जगह स्ट्रॉन्ग फंडामेंटल्स दिख रहे हैं।
आने वाले दिनों में मार्केट्स का हाल कैसा रहेगा?
पिछले 3-4 साल में करीब 30-35% का जो रिटर्न मिला है, उसको अगले 3 से 5 साल में एक्सपेक्ट करना ठीक नहीं होगा। एक्सपेक्टेशंस मॉडरेट करनी चाहिए। वैल्यूएशंस चढ़ने के साथ एकतरफा मार्केट भी नहीं रहेगा और वोलैटिलिटी भी दिखेगी। पहले की तरह मार्केट होगा, तो वह बोनस होगा, लेकिन बेस एजम्पशन यही है कि जैसी अर्निंग्स ग्रोथ होगी, मार्केट परफॉर्मेंस लॉन्ग टर्म में उससे बहुत अलग नहीं होगा। हालांकि इक्विटी से वेल्थ क्रिएशन का मौका बाकी एसेट क्लासेज से बेहतर रहेगा।
किन सेक्टरों पर आपका फोकस है?
हम अभी मुख्य रूप से ऐसे बिजनेसेज पर ओवरवेट हैं, जिनका भारत पर डिपेंडेस ज्यादा है। इसकी वजह भी साफ है। ग्लोबल ग्रोथ बहुत कम है। लेकिन भारत में ग्रोथ काफी दमदार है, कोई बड़ी नेगेटिव बात भी नहीं है। जो इंडिया फोकस्ड बिजनेस हैं, वे अगले 2-3 साल में अच्छा परफॉर्म करेंगे। हम अभी सीमेंट, ऑटो, ऑटो कंपोनेंट्स, इंडस्ट्रियल्स जैसे डोमेस्टिक फोकस्ड बिजनेस पर ओवरवेट में हैं।
आम बजट से क्या उम्मीदें हैं?
गवर्नमेंट फॉर्मेशन से साफ हो गया है कि प्रमुख मंत्रालयों के मामले में कॉन्टिन्यूटी बनाए रखी गई है। इससे लगता है कि पिछले कुछ वर्षों से जो मुख्य नीतियां रही हैं, वे जारी रहेंगी। उम्मीद है कि बजट का फोकस पॉलिसी कॉन्टिन्यूएशन पर ही रहेगा। इनकम टैक्स रेट कम होते हैं, तो कंजम्पशन के लिए बहुत पॉजिटिव रहेगा। इससे कंजम्पशन रिलेटेड स्टॉक्स में तेजी आ सकती है।
आपने जो स्पेशल ऑपर्च्युनिटीज फंड लॉन्च किया है, उसमें यूनीक बात क्या है?
यह ओपन एंडेड इक्विटी फंड है। NFO 24 जून को क्लोज होगा। यह थीमैटिक कैटेगरी फंड है। 80% एलोकेशन थीम बेस्ड होगा। इसकी थीम है, स्पेशल ऑपर्च्युनिटी। स्पेशल सिचुएशन को हमने इस तरह डिफाइन किया है, जैसे इंटरेस्ट रेट साइकल में बदलाव, फॉरेन करेंसी से जुड़ा कोई बड़ा इवेंट हो जाए, कोई भी और मैक्रोइकनॉमिक इवेंट हो जाए या पॉलिसी या रेगुलेटरी चेंज से किसी इंडस्ट्री पर असर पड़े। या फिर कंपनी लेवल पर मर्जर, डीमर्जर, बायबैक या मैनेजमेंट चेंज जैसी स्थितियां उभरें। यह डायवर्सिफाइड फंड्स से अलग है। इसमें थीम पर ज्यादा कॉन्संट्रेशन है। थीम्स प्लेआउट होंगी हैं तो बेटर रिटर्न्स आ सकते हैं। उनमें उतार-चढ़ाव होगा, तो डायवर्सिफाइड फंड की तुलना में इसमें उतनी ही ज्यादा वोलैटिलिटी हो सकती है।
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