इस समय सावन महीना चल रहा है। इस दौरान अधिकतर हिंदू मांसाहारी भोजन त्याग देते हैं। इसलिए चिकन की बिक्री धड़ाम है। तभी तो इसका रेट घट कर 200 से 220 रुपये किलो तक गिर गया है। वहीं महंगाई की वजह से दाल महंगी हो गई है। इस समय अरहर या तुअर दाल की कीमत भी 200 रुपये किलो के आसपास पहुंच गई है। मतलब कि आप कह सकते हैं बाहर की मुर्गी भी दाल बराबर।
इन दिनों टमाटर की कीमत भी चिकन से ज्यादा है। दरअसल, गर्मी के दिनों में दिल्ली एनसीआर के बाजारों में अधिकतर टमाटर हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, गुजरात और कर्नाटक से आते हैं। इस समय हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश हो रही है। हिमाचल में तो बारिश और सैलाब की वजह से सड़कें भी तबाह हो गई हैं। इससे पहले गुजरात में जो चक्रवात आया था, उससे टमाटर की फसल बरबाद हो गई।
दिल्ली में इन दिनों टमाटर की आवक काफी कम हो गई है। उसमें भी अच्छे किस्म के टमाटर की भारी किल्लत है। इसलिए दिल्ली के कुछ पॉश इलाकों में बढिया टमाटर 250 से 260 रुपये किलो बिक रहा है। क्वालिटी से समझौता करें मतलब कि सड़े गले टमाटर लें तो यह आपको 150 रुपये किलो भी मिल सकता है।
आजादपुर मंडी के एक टमाटर विक्रेता का कहना है कि उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश से टमाटर नहीं के बराबर आ रहा है। कल इन दोनों राज्यों से कुल आठ बड़े ट्रक जबकि छह छोटे ट्रक टमाटर के पहुंचे। कर्नाटक से भी कुछ ट्रकों के पहुंचने की खबर है। हरियाणा और यूपी से जो लोकल टमाटर मंडी आता था, उसकी फसल बीते कुछ दिनों की बारिश में बरबाद हो गई। टमाटर के पौधे गल गए।