भोपाल एम्स के डॉक्टरों ने 30 साल के एक युवक की छाती से करीब 2 किलोग्राम वजनी और 20 सेंटीमीटर लंबा ट्यूमर निकालकर उसकी जान बचाई। यह ऑपरेशन बेहद जटिल और जोखिम भरा था, जिसे एम्स की कार्डियोथोरेसिक और वैस्कुलर सर्जरी (CTVS) टीम ने सफलतापूर्वक किया।
डेढ़ साल से परेशान था युवक
मरीज को पिछले डेढ़ साल से छाती के दाहिने हिस्से में लगातार बढ़ती हुई गठान की शिकायत थी। उसने कई अस्पतालों में इलाज कराया, लेकिन आराम नहीं मिला। जब वह भोपाल एम्स पहुंचा, तो जांच में सामने आया कि उसकी छाती में एक बड़ा ट्यूमर है, जो पसलियों को घेरे हुए था और दाहिने फेफड़े पर दबाव बना रहा था। यह स्थिति जानलेवा हो सकती थी।
डॉक्टरों ने लिया बड़ा फैसला
एम्स की सीटीवीएस टीम ने सर्जरी का जोखिम उठाया और ट्यूमर को सफलतापूर्वक बाहर निकाला। यह सर्जरी डॉ. योगेश निवारिया की अगुआई में की गई। उनकी टीम में डॉ. एम. किशन, डॉ. सुरेंद्र सिंह यादव, डॉ. राहुल शर्मा, डॉ. विक्रम वट्टी और डॉ. आदित्य सिरोही शामिल थे। एनेस्थीसिया विभाग के डॉ. हरीश कुमार और प्लास्टिक सर्जरी विभाग के डॉ. दीपक कृष्णा ने भी अहम भूमिका निभाई।
मरीज की हालत अब ठीक
ऑपरेशन के बाद मरीज की हालत अब स्थिर है और वह तेजी से ठीक हो रहा है।एम्स भोपाल के निदेशक डॉ. अजय सिंह ने इसे मेडिकल साइंस की एक बड़ी उपलब्धि बताया।