इजराइल-हमास जंग धीरे-धीरे दूसरे इलाकों में भी फैलती जा रही है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक रविवार को यमन के हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में 3 जहाजों पर बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया। इनमें से 2 इजराइल के जहाज बताए जा रहे हैं। इनका नाम यूनिटी एक्सपलोरेर और नंबर नाइन है। इसके अलावा यमन के होदायदा पोर्ट से 101 किलोमीटर दूर एक शिप कंटेनर को भी नुकसान पहुंचने की जानकारी है।
वहीं, अमेरिका ने कहा है कि उन्होंने लाल सागर में अपने युद्धपोत पर अटैक करने जा रहे 3 ड्रोन्स को मार गिराया। एक अमेरिकी अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा है कि हूती विद्रोहियों की तरफ से किए गए हमले लगभग 5 घंटे तक जारी रहे। ये सुबह 10 बजे शुरू हुए थे। पिछले महीने हूती विद्रोहियों ने एक जहाज को हाइजैक कर लिया था, ये तुर्किये से भारत आ रहा था। हूतियों का कहना है कि वो इजराइली जहाजों पर हमले जारी रखेंगे।
जंग शुरू होने से अब तक इजराइल ने गाजा में 10 हजार हवाई हमले किए हैं। ये जानकारी इजराइली की डिफेंस फोर्सेस ने दी है। वहीं हमास ने कहा है कि गाजा में मरने वालों का आंकड़ा 15,500 पार कर चुका है। वहीं, IDF ने कहा है कि उसने हमास के एक बटालियन कमांडर हाथम खोआजारी को ढेर कर दिया है। उसने 7 अक्टूबर को इजराइल पर हमला करने वाली एक बटालियन को लीड किया था।
दक्षिण गाजा में भी इजराइली टैंक
उत्तरी गाजा में ग्राउंड ऑपरेशन चलाने के बाद अब इजराइली सेना दक्षिण की ओर बढ़ रही है। इसके लिए लोगों को कई इलाके खाली करने को कहा गया है। पिछले 24 घंटों में इजराइली बमबारी में गाजा के 316 लोग मारे गए हैं। जबकि 600 से ज्यादा घायल हैं। इजराइल की घरेलू खुफिया एजेंसी रोनेन बार ने वादा किया है कि वो लेबनान, तुर्किये से लेकर कतर में हमास को ढूंढ़कर मारेगी। चाहे इसमें कितने ही साल लगें।
इजराइली डिफेंस फोर्सेस (IDF) ने नया प्लान बनाया है और इस पर अमल भी शुरू कर दिया है। ‘फॉक्स न्यूज’ के मुताबिक- IDF गाजा को कई हिस्सों में बांट रही है। इसके तहत वो हमास आतंकियों को अलग-थलग करने उन पर आखिरी हमला करना चाहती है।
इस बीच, लेबनान की तरफ से इजराइली शहरों पर हमले बढ़ गए हैं। अब वहां से एंटी टैंक मिसाइलें दागी जा रही हैं। इनमें कुछ इजराइली सैनिक घायल भी हुए हैं।
गाजा में ब्लॉकेड लगा रही IDF
लेबनान से खतरा बढ़ा
इजराइल और गाजा का एयर सर्विलांस करेगा ब्रिटेन
ब्रिटेन की डिफेंस मिनिस्ट्री ने रविवार को कहा कि वो इजराइल और गाजा के जमीनी हालात का पता लगाने जा रहा है। इसके तहत ब्रिटेन की रॉयल एयरफोर्स के सर्विलांस एयरक्राफ्ट इस्तेमाल किए जाएंगे।
बयान के मुताबिक- ये सभी ड्रोन होंगे और इनका कोई कोई जंगी इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। इस सर्विलांस का एक मकसद हमास की कैद में मौजूद बंधकों का पता लगाना भी है।
अल अक्सा मस्जिद के इमाम के घर रेड
इजराइली सेना ने अल-अक्सा मस्जिद के इमाम शेख इकरीमा साबरी के घर रेड की है। शेख साबरी येरूशलम में सुप्रीम इस्लामिक काउंसिल के प्रमुख भी हैं। जंग की वजह भी अल-अक्सा मस्जिद है। हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ ने कहा था- इजराइल पर हमला यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजराइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। दरअसल, इजराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंके थे।
वहीं, गाजा के स्कूलों में हेपेटाइटिस-A फैल रहा है। ये लीवर से जुड़ी बीमारी है और गंदा पानी पीने से फैलती है। समय पर इलाज न हो तो लिवर इन्फेक्शन बढ़ते हुए ब्रेन तक पहुंच जाता है। ब्रेन काम करना बंद कर देता है और लोगों की जान तक जा सकती है।
नेतन्याहू बोले- गाजा का शासन फिलिस्तीन को नहीं देंगे
वहीं, इजराइल के राष्ट्रपति बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि वो जंग खत्म होने के बाद फिलिस्तीनी हुकुमत को गाजा का शासन नहीं सौंपेंगे। नेतन्याहू का कहना है की फिलिस्तीनी हुकूमत इजराइल के अस्तित्व को इनकार करती है। उन्होंने ये भी कहा है कि जब तक हमास पूरी तरह खत्म नहीं हो जाता हम जंग जारी रखेंगे।
हमास की 50% सुरंगें तबाह : सेना
इजराइली सेना का कहना है कि सैनिकों ने हमास की 800 से ज्यादा सुरंगों का पता लगाया है। इनमें से 500 सुरंगें तबाह कर दी गई हैं। दरअसल, पूरे गाजा में हमास का टनल नेटवर्क है। आतंकी यहीं से ऑपरेट करते हैं। ये सुरंगें अस्पताल, स्कूलों के नीचे हैं।
'अल-अक्सा फ्लड' के खिलाफ इजराइल का ऑपरेशन 'सोर्ड्स ऑफ आयरन'
हमास ने इजराइल पर 7 अक्टूबर को हमला किया था। उसने इजराइल के खिलाफ अपने ऑपरेशन को 'अल-अक्सा फ्लड' नाम दिया। इसके जवाब में इजराइल की सेना ने हमास के खिलाफ 'सोर्ड्स ऑफ आयरन' ऑपरेशन शुरू किया। हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ ने कहा था- ये हमला यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजराइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। दरअसल, इजराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंके थे।
वहीं, हमास के प्रवक्ता गाजी हामद ने अल जजीरा से कहा था- ये कार्रवाई उन अरब देशों को हमारा जवाब है, जो इजराइल के साथ करीबी बढ़ा रहे हैं। हाल ही के दिनों में मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अमेरिका की पहल पर सऊदी अरब इजराइल को देश के तौर पर मान्यता दे सकता है।