औरंगजेब के मुताबिक, कृषि क्षेत्र पिछले 19 सालों की सर्वाधिक ग्रोथ के साथ वित्त वर्ष 2023-24 में आर्थिक विकास का प्रमुख जरिया बनकर उभरा है। समीक्षाधीन अवधि में राजकोषीय घाटा 3.7 फीसदी दर्ज किया गया। यह पिछले साल के समान ही है। इस दौरान पाकिस्तान का व्यापार घाटा 4.2 फीसदी पर रहा। यहां बता देते हैं कि पाकिस्तान का वित्त वर्ष जुलाई से शुरू होकर जून तक चलता है।