1200 से अधिक लोगों को मिलेगा रोजगार
इस एमआरओ फेसिलिटी से भारत में कुशल विमानन इंजीनियरों के लिए 1,200 से अधिक नए रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है। यही नहीं, एक बढ़े हुए सप्लाई चेन के माध्यम से कर्नाटक में 200 से अधिक एसएमई का समर्थन किया जाएगा। इन नए उपक्रमों से राज्य में एमआरओ पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करते हुए रोजगार के और अवसर पैदा होने का अनुमान है। एयर इंडिया के बयान में कहा गया है कि एमआरओ, बेंगलुरु को अपने प्रमुख केंद्रों में से एक बनाने की एयर इंडिया की योजनाओं का भी समर्थन करेगा, जिससे वैश्विक गंतव्यों के लिए सीधी कनेक्टिविटी बढ़ेगी।
वाइड बॉडी एयरक्राफ्ट का भी होगा मेंटनेंस
प्रस्तावित एमआरओ में बेस मेंटेनेंस के लिए एक ही छत के नीचे नैरो बॉडी और वाइड बॉडी एयरक्राफ्ट को रखने के लिए एक मेगा हैंगर होगा। पेंट हैंगर सहित अधिक विमानों की सर्विसिंग के लिए अतिरिक्त हैंगर को शामिल करने के लिए सुविधा की क्षमता का और विस्तार किया जाएगा। बयान में कहा गया है कि ओवरहेड टेली प्लेटफॉर्म, क्रेन, यूनिवर्सल डॉकिंग सिस्टम और देश में सबसे बड़े वर्टिकल लिफ्ट हैंगर दरवाजों सहित नवीनतम विमान रखरखाव तकनीक से लैस यह एमआरओ सुविधा दुनिया के किसी भी एमआरओ के बराबर विमानन रखरखाव में एक नया मानक स्थापित करेगी।
दिल्ली में भी बनेगा वाइड बॉडी हैंगर
एयर इंडिया ने लाइन रखरखाव आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए दिल्ली में एक नया वाइड बॉडी हैंगर बनाने की भी योजना बनाई है। इससे सभी प्रमुख हवाई अड्डों पर एक संपूर्ण मेंटनेंस इको-सिस्टम विकसित करने में मदद मिलेगी।