इस सुविधा का फायदा उठाने के लिए आपको कुछ पेमेंट करना होगा। यह किराया लॉक शुल्क अलग-अलग रूट के हिसाब से तय होता है और प्रति यात्री प्रति टिकट पर लागू होता है। हालांकि यह शुल्क गैर-वापसी योग्य है। फेयर लॉक एयर इंडिया की बढ़ती हुई सेवाओं में एक नया इजाफा है, जिसका लक्ष्य यात्रियों को बेहतर यात्रा का अनुभव देना है। बता दें कि 15 अक्टूबर, 1932 को अपनी पहली उड़ान के बाद से, एयर इंडिया ने दुनिया भर के शहरों, यूएसए, कनाडा, यूके, यूरोप, सुदूर-पूर्व, दक्षिण-पूर्व एशिया, ऑस्ट्रेलिया और खाड़ी के लिए नॉन-स्टॉप उड़ानों के साथ एक बड़ा घरेलू नेटवर्क बनाया है।