वहीं, FSSAI के सूत्रों ने बताया कि 34 रिपोर्टों में से 28 में ETO का कोई निशान नहीं मिला। उन्होंने यह भी कहा कि FSSAI के वैज्ञानिक पैनल ने लैब रिपोर्टों की जांच की है और पाया है कि उनमें ETO का कोई निशान नहीं है। सिंगापुर और हॉन्गकॉन्ग द्वारा इन मसालों की बिक्री बंद करने के बाद FSSAI ने पिछले महीने महाराष्ट्र और गुजरात में एवरेस्ट की दो फैक्ट्रियों से नौ नमूने और एमडीएच की 11 मैन्युफैक्चरिंग यूनिटों से 25 नमूने लिए थे। FSSAI ने पहले इन मसालों को उपभोग के लिए सुरक्षित घोषित करने से पहले कहा था कि हर एक सैंपल का विश्लेषण गुणवत्ता मानकों के अनुसार किया गया था।