हमास ने बंधकों को जान से मारने की धमकी दी है। हमास ने रविवार को कहा-जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जातीं तक तब एक भी बंधक जिंदा वापस नहीं जाएगा।
हमास ने बंधकों के बदले फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई की मांग रखी है। 24 नवंबर से 1 दिसंबर तक चले सीजफायर में 240 फिलिस्तीनी कैदियों के बदले 105 बंधकों को आजाद किया गया था। हमास की कैद में अब भी 137 बंधक हैं।
वहीं, अल जजीरा के मुताबिक 24 घंटे में हुए इजराइली हमलों में 300 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। 7 अक्टूबर को शुरू हुई इजराइल-हमास जंग में अब तक गाजा के 18 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इधर, इजराइल ने दावा किया है कि जंग में अब तक हमास के 7 हजार आतंकी मारे गए हैं।
CNN के मुताबिक इजराइल के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार तजाची हानेग्बी ने ने कहा कि एक अनुमान के मुताबिक 7 अक्टूबर से गाजा में मारे गए लोगों में कम से कम 7 हजार लोग हमास आतंकवादी थे। वहीं, इजराइली सेना ने पिछले 24 घंटे में हमास के 240 ठिकाने तबाह किए हैं।
ये अंत की शुरुआत है : नेतन्याहू इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि गाजा में आतंकियों ने सरेंडर करना शुरू कर दिया है। ये हमास के अंत की शुरुआत है। गाजा से हमास का कंट्रोल खत्म हो रहा है। उन्होंने कहा- हमास आतंकी हथियार डाल दें और जंग खत्म करें। दरअसल, गाजा में सरेंडर करते फिलिस्तीनियों के फोटो-वीडियो सामने आ रहे हैं।
जंग खत्म करने का फैसला US नहीं कर सकता
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि इजराइल और हमास के बीच जंग खत्म करने का फैसला सिर्फ इजराइल कर सकता है। अमेरिका सिर्फ तेल अवीव को सलाह दे सकता है।
दूसरी तरफ, इजराइल डिफेंस फोर्सेस (IDF) ने कहा है कि जंग शुरू होने के बाद अब तक गाजा में हमास के कुल 22 हजार टारगेट हिट किए गए हैं। इनमें से साढ़े तीन हजार सीजफायर खत्म होने के बाद हुए।
इजराइल से बातचीत कर रहा है अमेरिका
CNN को दिए इंटरव्यू में ब्लिंकन ने इजराइल और हमास की जंग पर ज्यादा कुछ बोलने से परहेज किया। एक सवाल के जवाब में कहा- जंग खत्म होने की टाइमिंग अमेरिका तय नहीं कर सकता। ये जरूर है कि हम इजराइल से लगातार बातचीत कर रहे हैं। आखिरी फैसला तो इजराइल ही करेगा।
एक सवाल के जवाब में अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा- मुझे लगता है कि इजराइल का इरादा गलत नहीं है। वो पूरी कोशिश कर रहा है कि गाजा में आम नागरिकों को कम से कम नुकसान हो। हालांकि, नतीजे हमेशा हमारी सोच के हिसाब से नहीं आते। ब्लिंकन का यह बयान इसलिए अहम है, क्योंकि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अमेरिकी सरकार इजराइल पर ग्राउंड ऑपरेशन जल्द से जल्द खत्म करने का दबाव डाल रहा है।
IDF ने कहा- हमास के 24 कमांडर मारे गए हैं
अब लेबनान पर भी हमले तेज
पुतिन और नेतन्याहू की बातचीत
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बातचीत की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक- इस दौरान पुतिन ने गाजा में मानवीय हालात पर चिंता जाहिर की।
इसी रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि पुतिन को जवाब में नेतन्याहू ने साफ कर दिया कि रूस को किसी भी सूरत में ईरान का साथ नहीं देना चाहिए। उन्होंने ये भी कहा कि गाजा में आम लोगों को बचाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन हमास के खिलाफ कोई नरमी नहीं बरती जाएगी।
'अल-अक्सा फ्लड' के खिलाफ इजराइल का ऑपरेशन 'सोर्ड्स ऑफ आयरन'
हमास ने इजराइल पर 7 अक्टूबर को हमला किया था। उसने इजराइल के खिलाफ अपने ऑपरेशन को 'अल-अक्सा फ्लड' नाम दिया। इसके जवाब में इजराइल की सेना ने हमास के खिलाफ 'सोर्ड्स ऑफ आयरन' ऑपरेशन शुरू किया। हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ ने कहा था- ये हमला यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजराइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। दरअसल, इजराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंके थे।
वहीं, हमास के प्रवक्ता गाजी हामद ने अल जजीरा से कहा था- ये कार्रवाई उन अरब देशों को हमारा जवाब है, जो इजराइल के साथ करीबी बढ़ा रहे हैं। हाल ही के दिनों में मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अमेरिका की पहल पर सऊदी अरब इजराइल को देश के तौर पर मान्यता दे सकता है।