1993 में पहली बार मिली थी फॉइल
लगभग तीन दर्जन सोने की पन्नी में से कई को एक इमारत की बीम में पैक किया गया था। वहीं बाकियों को दीवारों के अंदर से पाया गया। पुरातत्वविदों ने मूल रूप से 1993 में दो सोने की पन्नी के साथ इस छोटी इमारत को खोजा था। 2000 के दशक में उत्खनन से 28 सोने के टुकड़े मिले थे। हालांकि नॉर्वे और पूरे स्कैंडिनेविया में समान फॉइल पाए गए हैं। यह पहली बार है जब पुरातत्वविदों ने एक छोटी संरचना में इसे खोजा है।नॉर्वे में मिलते हैं फॉइल
ओस्लो में सांस्कृतिक इतिहास संग्रहालय के पुरातत्वविद् इंगुन मैरिट रोस्टैड ने कहा, 'सोने के ये छोटे टुकड़े दिखाई देते रहते हैं। या तो इन्हें उत्खनन से खोजा जाता है, या फिर मेटल डिटेक्टर के जरिए यह मिलते हैं। इसलिए नॉर्वे की अलग-अलग जगहों पर यह और भी मिल सकते हैं।' एक दूसरी जगह पर खुदाई के दौरान पुरातत्वविदों ने इसी तरह की 30 अलग-अलग फॉइल खोजी हैं। स्टेन ने कहा कि इस तरह की फॉइल हमें ज्यादातर प्राचीन धार्मिक स्थलों से मिले हैं। लेकिन एक छोटी इमारत से यह मिलना हैरानी की बात है।