चौथी डेडलाइन पर भी नहीं मिलेगी जीजी फ्लाइओवर की सौगात, 10 प्रतिशत काम बाकी
Updated on
17-06-2023 06:03 PM
भोपाल। जीजी फ्लाइओवर का निर्माण 90 प्रतिशत ही पूरा हो पाया है। यह हाल तब है, जब इस पर दिसंबर 2022 में आवागमन शुरू हो जाना था, जो नहीं हो सका। फिलहाल चौथी बार इसे पूरा करने की डेडलाइन जून 2023 तय की गई है और इस माह के भी 16 दिन बीत चुके हैं। आज 17वां दिन हैं और कल से 13 दिन बचेंगे। विशेषज्ञों की मानें तो इतनी कम अवधि में बचा हुआ 10 प्रतिशत काम किसी भी हाल में पूरा नहीं होगा। यानी चौथी डेडलाइन पर भी लोगों को इस फ्लाइओवर की सौगात नहीं मिलने वाली है।
लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अधिकारी इस लेटलतीफी का ठीकरा नगर निगम व बिजली कंपनी पर थोप रहे हैं। उनका कहना है कि नगर निगम ने कोलार पाइपलाइन और बिजली कंपनी ने बिजली पोलों की समय पर शिफ्टिंग नहीं की थी, जिसके कारण काम में देरी हो रही है। यही नहीं, आगे काम कब तक पूरा करेंगे, यह भी तय नहीं है। यह फ्लाइओवर एमपी नगर क्षेत्र में गणेश मंदिर से गायत्री मंदिर तक बनाया जा रहा है।
बता दें कि एमपी नगर में नापतौल विभाग के पास से गायत्री मंदिर के सामने तक 200 मीटर की कोलार पाइपलाइन शिफ्ट होना है। इसके लिए पीडब्ल्यूडी द्वारा नगर निगम के खाते में फरवरी में ही एक करोड़ जमा करा दिए गए, लेकिन चार माह बाद भी अब तक यह काम शुरू नहीं हुआ। वहीं फ्लाइओवर के लिए बोर्ड आफिस चौराहा से गायत्री मंदिर तक बिजली की हाइटेंशन लाइन और 20 पोल शिफ्ट होना है। इसके लिए भी पीडब्ल्यूडी अक्टूबर 2022 में निगम को 38 लाख रुपये का भुगतान कर चुका है, लेकिन अधिकारियों की लेटलतीफी से अब तक पाइप लाइन की शिफ्टिंग नहीं हो सकी है।
दिसंबर 2022 तक पूरा होना था निर्माण
जीजी फ्लाइओवर का निर्माण कार्य दिसंबर 2020 में शुरू हुआ। इसे दिसंबर 2022 तक पूरा करना था, लेकिन कोरोना लाकडाउन की वजह से चार माह का एक्सटेंशन दिया गया। इसके आधार पर डेडलाइन अप्रैल 2023 तक बढ़ा दी गई। इसके बाद यह डेडलाइन मई, फिर जून 2023 हो गई।
फिर बढ़ेगी डेडलाइन
आर्किटेक्ट व टाउन प्लानर सुयश कुलश्रेष्ठ ने बताया कि अभी वल्लभ भवन की ओर जाने वाले आर्म के पिलर का निर्माण कार्य जारी है। वहीं गणेश मंदिर के पास भी काफी काम बचा हुआ है। वहीं नगर निगम और बिजली कंपनी को लाइन शिफ्टिंग में समय लगेगा। इसके बाद बचे हुए निर्माण कार्य पूरें होंगे। इन सब कामों में अभी तीन माह का समय लग सकता है। ऐसे में पीब्डल्यूडी को एक बार फिर डेडलाइन बढ़ानी होगी।
लागत - 126 करोड़ रुपये
एक घंटे में वाहन निकलेंगे - 10 हजार
इनका कहना
कोलार जलप्रदाय की शिफ्टिंग के लिए शटडाउन लेना होगा। गर्मी में लोगों की परेशानी को देखते हुए इसकी शिफ्टिंग नहीं की गई। एक सप्ताह के अंदर पाइप लाइन शिफ्टिंग का काम शुरू कर दिया जाएगा।
- उदित गर्ग, अधीक्षण यंत्री, जलकार्य, नगर निगम
फ्लाइओवर का सिविल कार्य 90 प्रतिशत पूरा हो गया है। बिजली के पोल और पाइप लाइन की शिफ्टिंग नहीं होने से इसमें देरी हो रही है। इसके बाद इलेक्ट्रिफिकेशन और सुंदरीकरण कर इसकी लोड टेस्टिंग की जाएगी।
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