नई दिल्ली । दिल्ली में आप और भाजपा के बीच छठ पूजा को लेकर वाकयुद्ध हुआ। भाजपा नेता मनोज तिवारी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सार्वजनिक स्थलों पर छठ पूजा पर रोक लगाने के लिए नमकहराम कहा। तिवारी ने एक ट्वीट में कहा कि शहर में 24 घंटे शराब परोसने की अनुमति दी गई लेकिन कोविड-19 दिशानिर्देशों के साथ भी छठ की अनुमति नहीं दी गई। सांसद एवं दिल्ली भाजपा के पूर्व प्रमुख तिवारी ने सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा पर रोक को लेकर मुख्यमंत्री को नमकहराम कहा, जिसके जवाब में आप नेता दुर्गेश पाठक ने कहा कि भाजपा शासित गुजरात और हरियाणा में भी पूजा पर रोक लगाई गई है और उन्होंने इन राज्यों को लेकर चुप्पी पर तिवारी से सवाल किया। तिवारी ने कहा कि केजरीवाल एक ऐसे नमकहराम मुख्यमंत्री हैं। वह कोविड-19 सावधानियों का पालन करते हुए भी छठ की अनुमति नहीं देते हैं और इस पर केंद्र के दिशानिर्देश लेने का नाटक करते हैं। हमें बताएं कि चौबीस घंटे शराब परोसने में किन दिशानिर्देशों का पालन किया गया।
दिल्ली में छठ पूजा पर पूर्ण रोक अरविंद केजरीवाल सरकार का एक पूर्वांचल विरोधी कदम है। केजरीवाल को उत्तर प्रदेश सरकार से सीखना चाहिए, जिसने रोक नहीं लगाई बल्कि लोगों से अनुरोध किया। गुजरात, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के उदाहरणों का हवाला देते हुए पाठक ने ट्वीट किया, मनोज तिवारी, क्या योगी, खट्टर और विजय रूपाणी को भी नमकहराम कहा जाएगा? शर्म की बात है कि ऐसे शब्दों का इस्तेमाल एक सांसद द्वारा किया जा रहा है। आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने एक ट्वीट में कहा कि आप तब चुप रहते हैं जब पूर्वांचलियों को भाजपा शासित राज्यों में पीटा जाता है, लेकिन छठ पूजा पर आप ओछी राजनीति कर रहे हैं। गुजरात, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में पूजा पर रोक लगाई गई है। दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह ने इस पर रोक लगाई है। आप उनसे अनुमति लीजिये। मैं अरविंद केजरीवाल से बात करूंगा।