महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की वोटिंग से 16 दिन पहले चुनाव आयोग ने DGP रश्मि शुक्ला को पद से हटा दिया है। चुनाव आयोग ने सोमवार सुबह चीफ सेक्रेटरी को रश्मि के ट्रांसफर के निर्देश देते हुए कहा कि कैडर में अगले सबसे सीनियर IPS अधिकारी को उनका प्रभार सौंपा जाए। साथ ही मुख्य सचिव को निर्देश दिए कि महाराष्ट्र के नए DGP की नियुक्ति के लिए कल (5 नवंबर) दोपहर 1 बजे तक तीन IPS अधिकारियों का पैनल भेजें। रश्मि शुक्ला के खिलाफ महाराष्ट्र के विपक्षी गठबंधन चुनाव आयोग से शिकायत की थी। कांग्रेस ने कहा था कि रश्मि चुनाव को निष्पक्ष तरीके से नहीं होने दे रही हैं।
रश्मि के ट्रांसफर को लेकर शरद पवार ने कहा है कि चुनाव आयोग ने सही फैसला किया है। हम इस फैसले का स्वागत करते हैं। 1998 की सीनियर IPS अधिकारी रश्मि शुक्ला के नाम महाराष्ट्र की पहली महिला DGP बनने का रिकॉर्ड है। रश्मि सशस्त्र सीमा बल की महानिदेशक और महाराष्ट्र इंटेलिजेंस डिपार्टमेंट की प्रमुख भी रह चुकी हैं।
विपक्ष का आरोप- रश्मि भाजपा के लिए काम कर रहीं
रश्मि पर संजय राउत की फोन टैपिंग का आरोप, मुंबई में FIR दर्ज हुई थी
महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी सरकार के दौरान रश्मि शुक्ला राज्य खुफिया विभाग की प्रमुख थीं, तब उन पर शिवसेना (UBT) के नेता संजय राउत और NCP नेता एकनाथ खडसे के फोन टैप करने का आरोप लगा था। इसे लेकर उनके खिलाफ मुंबई में FIR भी दर्ज कराई गई थी।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने अधिकारियों को निष्पक्ष रहने की चेतावनी दी थी
सीईसी राजीव कुमार ने पहले समीक्षा बैठकों और राज्य में विधानसभा चुनावों की घोषणा के दौरान अधिकारियों को न केवल निष्पक्ष रहने की चेतावनी दी थी, बल्कि अपने कर्तव्यों का पालन करते समय उनके आचरण में गैर-पक्षपाती होने की भी चेतावनी दी थी।
झारखंड में भी विधानसभा चुनाव से पहले DGP का ट्रांसफर
महाराष्ट्र के साथ झारखंड में भी आचार संहिता लगी हुई है। 19 अक्टूबर को चुनाव आयोग ने झारखंड के भी डीजीपी अनुराग गुप्ता का ट्रांसफर किया था। चुनाव आयोग ने DGP को तत्काल प्रभाव से हटाने के बाद उनके रैंक के सबसे सीनियर अधिकारी को इसका प्रभार सौंपा था।